महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने भविष्य में भाजपा संग गठबंधन की संभावनाओं पर प्रतिक्रिया दी है। प्रदेश में एनसीपी और कांग्रेस संग गठबंधन सरकार चला रहे ठाकरे ने कहा कि भविष्य में भाजपा संग गठबंधन की संभावनाएं बन सकती है। एक साक्षात्कार में महाराष्ट्र के सीएम ने कहा, ‘मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं कि हम भविष्य में उनके (भाजपा) साथ गठबंधन नहीं करेंगे।’

उद्धव ठाकरे ने कहा, ‘अगर उन्होंने अपना वादा निभाया होता और मुझसे झूठ नहीं बोला होता तो मैं कभी मुख्यमंत्री नहीं बनता। मैंने उससे ज्यादा कभी नहीं मांगा जो चुनाव से पूर्व दोनों दलों के बीच तय हुआ था।’ ठाकरे ने कहा कि वो पीएम मोदी और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के बीच ‘सैंडविच’ थे, दोनों ने उन्हें छोटे भाई के रूप में संदर्भित किया।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव परिणाम आने के बाद शिवसेना चीफ उद्धव ठाकरे ने भाजपा पर अपने वादा पूरा नहीं करने का आरोप लगाया था। तब शिवसेना ने दावा किया कि चुनाव से पूर्व हुए गठबंधन में तय था कि दोनों पार्टियां 50-50 फॉर्मुले के तहत सरकार में रहेगी। हालांकि चुनाव परिणाम बाद भाजपा ने शिवसेना संग किसी भी वादे को झूठा करार दिया। जिसके बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाई।

उल्लेखनीय है कि इससे पहले शिवसेना ने सामना में छपे एक लेख के जरिए मोदी सरकार के वित्त बजट 2020-21 पर निशाना साधा था। लेख में कहा गया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार (1 फरवरी, 2020) को बजट पेश करते समय 2:41 घंटे का समय लेकर रिकॉर्ड तोड़ भाषम जरूर दिया हो लेकिन ये सब महज ‘शब्दों का खेल साबित हुआ।’ संपादकीय में कहा गया कि बजट शब्दों और आंकड़ों का खेल भले ही हो मगर उसे सरकार के संकल्प की जरुरत होती है।

संपादकीय में कहा गया, ‘बजट में फंसाने वाली घोषणाएं और खोखले प्रावधान होने के बाद वित्तमंत्री ने रिकॉर्डतोड़ भाषण में 18,926 शब्द रत्न प्रस्तुत किए। सरकार के पास अर्थ भले ही ना हो मगर शब्द रत्न खूब हैं।’