लोकसभा में गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिए गए बयान पर बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया शुक्रवार को आई। उन्‍होंने कहा कि विपक्ष का अधिकार है वह किसी बात को सदन में रख सकते हैं। तो इस पर अब उनको यानी सत्‍ता पक्ष को परेशानी हो रही है। विभिन्‍न पार्टियां एकजुट हो रही हैं। पटना से बैठक की शुरुआत हुई और अब तीसरी बैठक होने वाली है। इस बैठक में एकजुट होकर आगे की रणनीति तय की जाएगी। कुछ भी हो देश के विकास के लिए काम होना चाहिए। वे लोग इसको लेकर यदि परेशान हो रहे हैं तो हों परेशान।

2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर जब उन से पूछा गया कि क्‍या बीजेपी समाप्‍त हो जाएगी तो नीतीश कुमार ने कहा निश्चित रूप से आप लोग सिर्फ देखते रहिए, इसीलिए तो वे लोग परेशान हैं। ये लोग सिर्फ प्रचार करते हैं। इनसे कोई काम नहीं होता है। हम लोगों ने जो विकास का कार्य किया है इसी को लेकर वो लोग अपना प्रचार कर रहे हैं। हर घर नल का जल, हर घर बिजली पहुंची तो इसका श्रेय लेना चाहते हैं। विशेष राज्‍य का दर्जा यदि बिहार को मिल गया होता तो समझ लीजिए बिहार आज कितना आगे होता।

चिराग पासवान का नाम लिए बिना उन्‍होंने कहा आजकल कोई बोलता है कि जदयू तीसरे नंबर की पार्टी है। हम लोग 2005 में भी तीसरे नंबर की पार्टी थे। सब जानते हैं बीजेपी को कितना आया और दूसरे को कितना आया था। 2010 में देखिए क्‍या हुआ था। 118 सीट हम लोगों को मिली थी और दूसरे को कम। इस बार तो हम लोगों को हराने का काम किया गया था। हमें हराने के लिए एजेंट को खड़ा करके वोट कटवाया गया। बिहार की जनता सब जानती है।

नीतीश कुमार ने कहा कि इस बार हम मुख्‍यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, हमने मना भी कर दिया था। लेकिन जिद करने लगे तो हम बात मान लिए। 2014 के लोक सभा चुनाव में जेडीयू को मात्र दो सीट मिलने पर नीतीश कुमार ने कहा कि 2009 में हम 25 सीट पर चुनाव लड़े थे तो हमें 20 सीट पर जीत मिली। वह 15 सीट पर चुनाव लड़े तो 12 सीट मिली। ये सब बाते ये लोग भूल जाते हैं। मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्र सरकार के कार्यों पर हमला करते हुए कहा ये लोग अभी तक कितना काम किए हैं अभी तक कितनी नियुक्तियां हुई हैं?