पंजाब में पिछले महीने सीएम की कुर्सी पर काबिज होने वाले मुख्यमंत्री भगवंत मान ने चंडीगढ़ को लेकर राग छेड़ दिया है। उनकी सरकार ने चंडीगढ़ को पंजाब के हवाले करने का प्रस्ताव पास किया है। ऐसे में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने आम आदमी पार्टी को दोगला कहा है। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि भगवंत मान की सरकार किसी ना किसी के इशारे पर ये काम कर रही है।

बता दें कि 1966 में चंडीगढ़ को पंजाब और हरियाणा की संयुक्त राजधानी घोषित की गई थी। इसके साथ ही चंडीगढ़ को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया था। ऐसे में पंजाब की नई भगवंत मान की सरकार ने चंडीगढ़ को पूर्ण रूप से पंजाब के हवाले करने का प्रस्ताव पास किया है। हालांकि हरियाणा सरकार का कहना है कि हम चंडीगढ़ को कहीं नहीं जाने देंगे।

3 अप्रैल को हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा, “मैं कई बार आम आदमी पार्टी के बारे कह चुका हूं कि यह दोगली पार्टी है। पंजाब में आए हुए इसे चार दिन भी नहीं हुए हैं, जिस प्रकार से इन्होंने पंजाब-चंडीगढ़ का विवादित मुद्दा छेड़ा है, मुझे लगता है कि यह सब वो किसी ना किसी के इशारे पर कर रहे हैं।”

सीएम खट्टर ने कहा, “ऐसे इशारों पर खेलने वाली पार्टी को जनता समझेगी। पहले तो पंजाब के लोग इनको समझेंगे और उसके बाद हरियाणा की तरफ तो इनकी हिम्मत नहीं कि आंख उठाकर देख लें।”

बता दें कि पंजाब सरकार के बाद अब हरियाणा सरकार ने 5 अप्रैल को राज्य विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया है। जानकारी के मुताबिक इस विशेष सत्र में कई मुद्दों पर विचार किया जाएगा। जिसे पंजाब द्वारा प्रस्ताव लाए जाने के बाद तलब किया गया है। गौरतलब है कि इससे कुछ दिनों पहले हरियाणा के पड़ोसी राज्य पंजाब ने चंडीगढ़ को लेकर प्रस्ताव पारित किया था।

इस प्रस्ताव में चंडीगढ़ को पंजाब में तत्काल स्थानांतरित करने की मांग की गई थी। इस प्रस्ताव को पंजाब विधानसभा में शुक्रवार को भाजपा के दो सदस्यों की अनुपस्थिति में पारित किया गया था।