दिल्ली सरकार ने सर्दी शुरू होने से पहले ही पॉल्यूशन पर कंट्रोल करने की तैयारी कर ली है। सर्दियों में प्रदूषण होता है और इसको लेकर दिल्ली सरकार ने विंटर एक्शन प्लान बनाया है। शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने विंटर एक्शन प्लान को जारी किया और बताया कि दिल्ली में पिछले 8 सालों में 30 फीसदी प्रदूषण में कमी आई है। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पराली की वजह से सबसे अधिक प्रदूषण होता था लेकिन पिछले 3 सालों से इस समस्या के समाधान के लिए काफी काम हुआ है।

वहीं इस बार पॉल्यूशन कम करने के लिए कंस्ट्रक्शन साइट पर सरकार की विशेष नजर रहेगी। इसके लिए 591 टीमें बनाई गई है, जो कंस्ट्रक्शन साइट पर नजर रखेंगी। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि 10 साल पुराने डीजल और 15 साल पुराने पेट्रोल वाहनों को लेकर जो नियम बनाए गए हैं, उसका पालन करवाने के लिए भी 385 टीमों का गठन किया गया है।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि विंटर एक्शन प्लान के तहत 15 पॉइंट्स पर काम किए जाएंगे। साथ ही पटाखे पर बैन भी जारी रहेगा और गाड़ियों की भी जांच की जाएगी। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि खुले में कूड़ा न जलाए और उसके लिए 611 टीमों का गठन किया गया है।

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में ग्रीन वार रूम बनाया जाएगा और 24 घंटे प्रदूषण के स्तर की मॉनिटरिंग होगी। उन्होंने कहा कि 3 अक्टूबर से यह ग्रीन वार रूम शुरू हो जाएगा और उसके लिए 9 सदस्यों की टीम का गठन किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में 800 इलेक्ट्रिक बसें चल रही है और सड़कों पर इलेक्ट्रिक वाहनों के परिचालन को बढ़ावा भी दिया जा रहा है।

अरविंद केजरीवाल ने कहा कि औद्योगिक प्रदूषण पर भी नजर रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए 66 टीमें बनाई गई है जो देखेंगी कि इंडस्ट्रियल यूनिट कहीं नियमों का उल्लंघन तो नहीं कर रहे हैं। केजरीवाल ने कहा कि कई बड़े शहरों के मुकाबले दिल्ली में प्रदूषण का लेवल काफी कम है और इस पर काफी अधिक काम हुआ है।