राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के बुलावे पर शनिवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया एनवी रमना अपनी पत्नी के साथ मुगल गार्डन पहुंचे। सीजेआई रमना के साथ सुप्रीम कोर्ट के अन्य जज भी साथ थे। यहीं पर सीजेआई ने राष्ट्रपति को वार्षिक रिपोर्ट भी दी।

भारत के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों को अपने परिवार के सदस्यों के साथ मुगल गार्डन आने का न्यौता राष्ट्रपति कोविंद और प्रथम महिला सविता कोविंद ने दिया था। जिसके बाद ये सभी अपने परिवारों के साथ राष्ट्रपति भवन पहुंचें और मुगल गार्डन का दौरा किया। यहां उन्होंने गार्डन में लगे कई किस्म के फूलों के दर्शन किए।

यहां पहुंचने के बाद न्यायधीशों को स्वयं राष्ट्रपति कोविंद ने गार्डन का दौरा कराया। इस दौरान उनके साथ उनकी पत्नी सविता कोविंद भी थीं। गार्डन के दौरे के समय वहां लगे ट्यूलिप के फूलों के बारे में भी राष्ट्रपति ने सीजेआई और अन्य जजों को बताया। इसके बाद राष्ट्रपति ने न्यायधीशों के साथ चाय पी और न्याय व्यवस्था पर चर्चा की।

कहा ये भी जा रहा है कि इस दौरान सीजेआई रमना ने राष्ट्रपति कोविंद को वार्षिक रिपोर्ट भी दिया। साथ ही न्याय व्यवस्था में और सुधारों को लेकर भी बातें हुईं। यह पहला मौका है जब राष्ट्रपति ने सुप्रीम कोर्ट के जजों को विशेष न्योता दिया है।

बता दें कि मुगल गार्डन को 12 फरवरी को जनता के लिए खोल दिया गया है। राष्ट्रपति भवन की ओर से बताया गया है कि आम जनता के लिए इस साल मुगल गार्डन 16 मार्च तक खुलेगा। वहीं दर्शकों को यहां आने के लिए पहले से बुकिंग करानी पड़ेगी। गार्डन देखने के लिए बुकिंग राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट से करायी जा सकती है।

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी बयान के अनुसार मुगल गार्डन में प्रवेश सुबह 10 बजे से शाम पांच बजे तक के बीच हो सकता है। इसके लिए सात स्लॉट तय किए गए हैं। मुगल गार्डन में अंतिम प्रवेश शाम चार बजे हो सकेगा। प्रत्येक स्लॉट में अधिकतम 100 लोगों को प्रवेश की अनुमति होगी।