Tirupati Laddu Controversy: भारत के मुख्य न्यायधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने अपनी पत्नी कल्पना दास और परिवार के बाकी लोगों के साथ रविवार सुबह तिरुमाला मंदिर में भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की पूजा-अर्चना की है। टीटीडी के अधिकारियों ने मंदिर में उनका स्वागत किया। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, गर्भगृह के अंदर ले जाए जाने के बाद सीजेआई और उनके परिवार के सदस्यों ने वेंकटेश्वर स्वामी की पूजा की और उनका आशीर्वाद लिया।
इसके बाद में रंगनायकुला मंडपम में मंदिर के पुजारियों और वेद पंडितों ने सीजेआई परिवार को वेदसर्वचनम दिया और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के कार्यकारी अधिकारी ने मंदिर के तीर्थ प्रसादम और भगवान वेंकटेश्वर स्वामी की एक फोटो मोमेंटो भी उन्हें उपहार में दिया। इससे पहले शनिवार को चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने तिरुचनूर में श्री पद्मावती अम्मावरु मंदिर में भी पूजा-अर्चना की थी।
तिरुपति लड्डू विवाद क्या है?
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने 18 सितंबर को आरोप लगाया था कि पूर्व वाईएसआरपी की जगन मोहन रेड्डी सरकार में तिरुपति मंदिर के लड्डू में इस्तेमाल होने वाले घी में जानवरों की चर्बी और फिश ऑयल मिलाया गया था। TDP ने एक लैब रिपोर्ट दिखाकर अपने आरोपों की पुष्टि का दावा भी किया था। सीएम ने कहा था कि जब बाजार में 500 रुपए किलो घी मिल रहा था, तब पूर्व सरकार ने 320 रु किलो घी खरीदा। ऐसे में घी सप्लायर की तरफ से मिलावट होनी ही थी। सीएम ने कहा था कि जानवरों की चर्बी से बने लड्डुओं से तिरुपति मंदिर की पवित्रता पर दाग लगाया है।
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सुप्रीम कोर्ट में मामले की होगी सुनवाई
एक हफ्ते से ज्यादा टाइम तक सियासी हलकों में उथल-पुथल मचने के बाद सोमवार को इस मामले पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। सुप्रीम कोर्ट में भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी और तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के पूर्व अध्यक्ष वाईवी सुब्बा रेड्डी ने याचिका दायर की थीं। अपनी पीआईएल में बीजेपी नेता ने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया कि वह आंध्र प्रदेश सरकार को लड्डू बनाने के लिए इस्तेमाल किए गए घी पर एक रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दे। वाईवी सुब्बा रेड्डी ने अपनी याचिका में नायडू के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के एक रिटायर्ड जज की निगरानी में एसआईटी का गठन करने की मांग की है।