CJI DY Chandrachud: सख्त अदालती फैसलों के लिए पहचाने जाने वाले सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ का फिल्मी अंदाज देखने को मिला है। मुंबई के बांद्रा में हाई कोर्ट की नई इमारत के भूमि पूजन के मौके पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने फिल्म अभिनेता आमिर खान की फिल्म ‘दिल चाहता है’ का गाना …हम हैं नए, अंदाज क्यों हो पुराना गाया। सीजेआई के गाने का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
सीजेआई ने अपने भाषण का समापन इस गाने के साथ किया। सीजेआई ने कहा, ‘मुझे फिल्म ‘दिल चाहता है’ के मशहूर गीत ‘कोई कहे कहता रहे’ से प्रेरित होकर एक गीत गाने दीजिए। मैं इस गाने से थोड़ा प्रेरित हूं क्योंकि मुंबई हाई कोर्ट अब बॉलीवुड के और करीब जा रहा है।’ इसके बाद उन्होंने हम हैं नए, अंदाज क्यों हो पुराना पंक्ति को गुनगुनाया।
सीजेआई ने कहा कि हम एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें और बाकी लोगों को भी इस बात की उम्मीद है कि हम लोग नए अंदाज के साथ हाई कोर्ट की ओर बढ़ेंगे।
सीजेआई ने कहा कि एक नए अंदाज के साथ, हम कोर्ट के अपने पूर्वजों के मूल्यों, विचारों और विरासत पर आगे बढ़ते हुए इनोवेशन और प्रगति को भी अपनाएंगे। सीजेआई ने कहा कि देश के निर्माण में और कानूनी संस्कृति के विकास में मुंबई हाई कोर्ट की भूमिका को कम करके नहीं आंका जा सकता। उन्होंने कहा कि अदालत के नए परिसर के निर्माण में तेजी लाई जानी चाहिए।
इस कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद थे।
…इस मुद्दे पर सरकार के साथ
सीजेआई ने कार्यक्रम में कहा कि सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट के जज अदालत से संबंधी कामों को आजादी की भावना के साथ करते हैं लेकिन बात जब अदालत के बुनियादी ढांचे और बजट से संबंधित मुद्दों की होती है तो हम सरकार के साथ खड़े होते हैं क्योंकि हमारा मिशन एक ही है। सीजेआई ने बताया कि इसके पीछे वजह यह है कि ऐसे प्रोजेक्ट सीधे आम लोगों से जुड़े होते हैं।
‘पढ़ो भाई!’ कहते हुए खारिज कर दी थी याचिका
सीजेआई चंद्रचूड़ कहते हैं कि न्यायपालिका में प्रतिभाशाली वकील व जज आगे आएं। इस साल जुलाई में एक याचिका पर सुनवाई के दौरान उन्होंने वकालत शुरू करने वालों के लिए ली जाने वाली परीक्षा में कट ऑफ मार्क्स कम करने की याचिका को खारिज कर दिया था। सीजेआई ने कहा था कि अगर कोई इतना भी मार्क्स नहीं ला पाता तो वह अच्छा वकील कैसे बन सकता है! उन्होंने ‘पढ़ो भाई!’ कहते हुए याचिका खारिज कर दी थी।
लोग सिर्फ सेटलमेंट चाहते हैं: सीजेआई
सीजेआई ने पिछले महीने लोक अदालतों की भूमिका पर कहा था कि लोग अदालतों में चल रहे मामलों से इस कदर तंग आ जाते हैं कि वे सिर्फ सेटलमेंट चाहते हैं और कहते हैं कि बस कोर्ट से दूर करा दीजिए। चंद्रचूड़ ने कहा कि यह प्रक्रिया एक सजा की तरह है और जजों के लिए चिंता का विषय है।
चंद्रचूड़ के पिता भी रहे थे सीजेआई
सीजेआई चंद्रचूड़ का पूरा नाम धनंजय यशवंत चंद्रचूड़ है। उनके पिता यशवंत विष्णु चंद्रचूड़ सुप्रीम कोर्ट के 16वें मुख्य न्यायाधीश थे। वह करीब 13 साल सीजेआई रहे थे। वाईवी चंद्रचूड़ के नाम सबसे लंबे समय तक CJI रहने का रिकॉर्ड भी है। वह 22 फरवरी, 1978 को CJI बने और 11 जुलाई, 1985 को सेवानिवृत्त हुए थे।
राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी के पूर्व निदेशक और प्रोफेसर एमेरिटस डॉ. बलराम के. गुप्ता के मुताबिक, ‘पूर्व सीजेआई जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ के परिवार में परंपरा थी कि सुबह की चाय परिवार का मुखिया बनाता था। सीजेआई रहते हुए भी जस्टिस वाईवी चंद्रचूड़ ऐसा करते थे। आश्चर्य होता है आज भी वही परंपरा जारी रखी गई है।’