सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ सोमवार की सुबह अपनी कोर्ट में बैठे तो एक अजीबोगरीब याचिका को देखकर उनको गुस्सा आ गया। एक वकील का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट में केसों की लिस्ट सही तरीके से नहीं हो रही है। रिट देखकर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ गुस्से से बिफर गए। सीजेआई का कहना था कि किस तरह की रिट है ये। उन्होंने वकील से कहा- 140 केस सुनवाई पर लगे हैं। उसको फटकार लगा सीजेआई ने रिट को खारिज कर दिया।

दरअसल एडवोकेट का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट में जो केस लिस्ट हो रहे हैं वो गलत तरीके से हो रहे हैं। संवेदनशील केसों को तवज्जो न देकर कम महत्व की याचिकाओं को पहले सुना जा रहा है। उसका कहना था कि एक सॉफ्टवेयर के जरिये केसों की लिस्टिंग की जानी चाहिए। वकील ने याचिका सीधे सीजेआई की कोर्ट में दी थी। आज वो खुद भी वहां मौजूद था। डीवाई चंद्रचूड़ सीट पर बैठे तो सबसे पहले वो याचिका ही सामने आ गई।

सीजेआई ने पूछा- आपको पता भी है कि कैसे काम करता है सुप्रीम कोर्ट

सीजेआई का एडवोकेट से सवाल था कि आपको कुछ पता भी है। सुप्रीम कोर्ट में सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया जा रहा है। जजों का रोस्टर इसके जरिये ही बनता है। फिर उन्होंने उस शख्स से कहा- आप देखिए 140 केस सुनवाई पर लगे हैं। आपको पता भी है कि कैसे सुप्रीम कोर्ट काम करता है। याचिकाकर्ता ने सीजाआई से फिर से दरखास्त की कि संवेदनशील केस पहले सुनवाई पर लगाए जाए। सीजेआई बिफर गए। बोले- डिसमिस।

सुप्रीम कोर्ट में मास्टर ऑफ रोस्टर खुद होते हैं सीजेआई

सुप्रीम कोर्ट के नियमों के मुताबिक मास्टर ऑफ रोस्टर सीजेआई खुद होते हैं। उनके निर्देशों पर ही रजिस्ट्रार जनरल केसों की लिस्टिंग करते हैं। सीजेआई याचिका को देखकर इस वजह से भी बिफरे, क्योंकि सुप्रीम कोर्ट में रोस्टर एक सॉफ्टवेयर के जरिये ही बनाया जाता है। डीवाई चंद्रचूड़ के सीजेआई बनने के बाद सुप्रीम कोर्ट में केसों की सुनवाई पहले से तेज हुई है।