संशोधित नागरिकता कानून को लेकर जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के छात्रों के समर्थन में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी उतर आईं हैं। प्रियंका गांधी इंडिया गेट पर धरने पर बैठ गईं हैं। उनका यह धरना 4 से 6 बजे तक चला।प्रियंका गांधी  के धरने की शुरुआत में सिर्फ 10-12 कांग्रेसी नेता ही पुहंचे थे। हालांकि कुछ देर बाद कांग्रेस के कई अन्य शीर्ष नेता भी पहुंचे।

धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि देश गुंडों की जागीर नहीं है। देश में लोकतंत्र नहीं तानाशाही है। सरकार की तानाशाही के खिलाफ देश लड़ेगा।  प्रियंका ने कहा कि,  कल जामिया में जो हुआ प्रधानमंत्री को उसे लेकर जवाब देना चाहिए। छात्रों को किसकी सरकार ने पीटा है। पीएम मोदी को सुस्त अर्थव्यवस्था पर बोलना चाहिए। उनकी पार्टी के विधायक ने एक लड़की का बलात्कार किया, उन्होंने इस पर क्यों कुछ नहीं बोला।

उन्होंने आगे कहा कि , देश के विश्वविद्यालयों में घुस घुसकर विद्यार्थियों को पीटा जा रहा है। जिस समय सरकार को आगे बढ़कर लोगों की बात सुननी चाहिए, उस समय भाजपा सरकार उत्तर पूर्व, उत्तर प्रदेश, दिल्ली में विद्यार्थियों और पत्रकारों पर दमन के जरिए अपनी मौजूदगी दर्ज करा रही है। यह सरकर कायर है। जनता की आवाज़ से डरती है। इस देश के नौजवानों, उनके साहस और उनकी हिम्मत को अपनी खोखली तानाशाही से दबाना चाहती है। यह भारतीय युवा हैं, सुन लीजिए मोदी जी, यह दबेगा नहीं, इसकी आवाज़ आपको आज नहीं तो कल सुननी ही पड़ेगी।

इससे पहले कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इस बात की जानकारी दी कि प्रियंका गांधी दो घंटे के लिए इंडिया गेट पर धरने पर बैठेंगी। इस दौरान इंडिया गेट पर केसी वेणुोगपाल, एके एंटनी , पीएल पुनिया, अहमद पटेल और कांग्रेस के अन्य नेता मौजूद रहे।

गौरतलब है कि संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हिंसा होने के बाद पुलिस ने रविवार को छात्रों पर बल प्रयोग किया था।