गोवा के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने केंद्र सरकार की शिक्षा नीति की एक तरह से खिंचाई की है। उन्होंने शिक्षा पर मात्र 6 फीसदी बजट खर्च पर निराशा जताई है और कहा है कि ऐसे में देश के उच्चतर शिक्षा संस्थानों में शोध कैसे हो सकेगा? गवर्नर ने नोबेल विजेताओं की संख्या पर कहा कि वैसे तो कुल 12 भारतीयों को नोबेल मिला है लेकिन इनमें से छह विदेशों में बसे हुए हुए हैं। वो सिर्फ भारतीय मूल के हैं, जबकरि एक मदर टेरेसा हैं। गवर्नर ने कहा कि असल में पांच भारतीयों को ही नोबेल पुरस्कार मिल सका है।

पणजी में नेशनल इन्स्टीच्यूट ऑफ ओसिनोग्राफी के एक समारोह को संबोधित करते हुए मलिक ने कहा कि शिक्षा और अनुसंधान पर अपर्याप्त सरकारी खर्च देश से नोबेल विजेताओं की कम संख्या के पीछे कारण हो सकता है। उन्होंने कहा, “इस देश में केवल 12 नोबेल पुरस्कार विजेता हैं, जिनमें से छह विदेशी हैं। एक मदर टेरेसा हैं, इसलिए हमारे पास केवल पांच हैं।”

उन्होंने कहा, “अमेरिका और इंग्लैंड में, एक विश्वविद्यालय में लगभग 150 नोबेल पुरस्कार विजेता हैं। उनके पास गुणवत्तापूर्ण शिक्षा है और वे शिक्षा पर बहुत पैसा खर्च करते हैं। यहां ऐसा नहीं होता। यहां, केंद्रीय बजट का छह प्रतिशत से अधिक शिक्षा पर खर्च नहीं किया जाता है। फिर हमारे पास गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कैसे होगी?”

उन्होंने कृषि की स्थिति में सुधार करने के लिए और अधिक पूंजी लगाने की आवश्यकता पर भी ध्यान दिलाया। मलिक ने कहा, “एक समय आएगा जब देश की ताकत अनाज की मात्रा या उत्पादन और उसके सशस्त्र बलों के आकार से निर्धारित होगी।”