केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) का हिस्सा रहे सात डॉग को पैरा-मिलिट्री फोर्स के साथ आठ साल की सेवा के बाद मंगलवार को पूरे सम्मान के साथ सेवानिवृत्त कर दिया गया। यह डॉग दिल्ली मेट्रो से जुड़ी CISF टीम का हिस्सा थे। दिल्ली मेट्रो की CISF इकाई (DMRC) द्वारा आयोजित समारोह में सेवानिवृत्त डॉग को स्मृति चिन्ह, पदक और प्रमाण पत्र दिए गए।
पहली “सेवानिवृत्ति” समारोह का हुआ आयोजन: ‘डॉग के रूप में जन्मे और एक सैनिक के रूप में सेवानिवृत्त हुए’ संदेश लिख कर CISF ने अपने ट्विटर हैंडल पर तस्वीरें साझा की। रिपोर्टों के अनुसार, यह पहला ऐसा मौका था कि जब सेना में काम करने वालें कुत्तों के एक यूनिट के लिए “सेवानिवृत्ति” समारोह का आयोजन किया गया है। ट्वीट में CISF ने लिखा है कि, हमारे K9 नायकों- Jessy (GSD / F), लकी (Lab / F) और लवली (Lab / F) को विदाई दी गई जो आज आधिकारिक रूप से अपने ड्यूटी से सेवानिवृत्त हो रहे है। हम हमेशा दिल्ली मेट्रो की सुरक्षा में इनके अहम योगदान देने के लिए ऋणी रहेंगे।
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सेवानिवृत्ति डॉग को एनजीओ को सौपा गया: बता दे कि CISF ने अपने ट्विटर हैंडल में विदाई संदेश भी पोस्ट किया और उनके कर्तव्यों के प्रति समर्पण की सराहना की। अत्यधिक प्रशिक्षित डॉग ने अपने निस्वार्थ कर्तव्य के लिए समारोह के दौरान विशेष उपचार का आनंद लिया। बाद में उन्हें दिल्ली स्थित एक एनजीओ को सौंप दिया गया।
https://youtu.be/15DriXevgAI
इससे पहले मिल चुका है वीरता सम्मान: बता दें कि इससे पहले 2016 में आतंकियों की घुसपैठ रोकते शहीद हुई मानसी और उसके हैंडलर बशीर अहमद वार की जोड़ी को मरणोपरांत वीरता पुरस्कार का सम्मान दिया गया है। इससे पहले भारतीय सेना की ट्रैकर डॉग यूनिट के किसी भी सदस्य को युद्ध सम्मान नहीं दिया गया था। 160 टेरिटोरियल आर्मी की ट्रैकर डॉग युनिट की सदस्य चार वर्षीय मानसी (लेब्राडॉर) और उसके हैंडलर बशीर अहमद वार ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) से घुसपैठ कर उत्तरी कश्मीर में दाखिल हुए आतंकियों के समूह को एन मौके आगे बढ़ने से रोक दिया था।
