पश्चिम बंगाल में CID ने देश के सबसे बड़े साइबर धोखाधड़ी को पकड़ा है। ऐसा माना जा रहा है कि यह गिरोह हजारों करोड़ रुपये के घोटालों में शामिल रहा है। नॉर्थ इंडिया और खासतौर पर उत्तर प्रदेश में साइबर धोखाधड़ी के कई बड़े मामलों के पीछे इस गिरोह का हाथ रहा है। 5 सालों में इसका नेटवर्क लगातार बढ़ता गया और अब कई राज्यों में मौजूद है। सोशल मीडिया के ज़रिए इस गिरोह ने बहुत लोगों को अपना शिकार बनाया और पैसे लूटे हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पश्चिम बंगाल CID ने इस गिरोह को लीड कर रहे दो लोगों को पकड़ लिया है। इन्हें कोर्ट में पेश किया गया है और हिरासत में रखा गया है।
कैसे करते थे ठगी?
यह गिरोह कई सोशल मीडिया ग्रुप्स के जरिए चलता था। फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म पर लुभावने ऑफर देकर लोगों को ठगा जाता था। यह जानकारी CID के सूत्रों ने दी है। लोगों को इनके ज़रिए कम वक़्त और संसाधनों के साथ ज़्यादा पैसा कमाने का ऑफर दिया जाता था और लोग इनके चक्कर में आकर पैसे का इन्वेस्टमेंट कर देते थे। पैसा लेकर ये ग्रुप फरार हो जाता था और लोगों के पास इनकी जानकारी भी नहीं होती थी।
पश्चिम बंगाल पुलिस को इस गिरोह की लंबे समय से तलाश थी। जब सीआईडी को यह भनक लगी कि फर्जी कंपनी के मालिक कहां से और कैसे इस नेटवर्क को संचालित कर रहे हैं तो उन्हें लगातार नज़रों में रखा गया और पकड़ लिया गया।
फिलहाल पुलिस ने दोनों को हिरासत में रखा है और फर्जी ठगी की सभी मामलों को लेकर जानकारी जमा की जा रही है। फिलहाल बहुत ज़्यादा खुलासा नहीं हुआ है। ऐसे अपराध देश के और भी कई हिस्सों में हो रहे हैं।