भारतीय जनता पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव से पहले का समय मुश्किल होने वाला है। बीजेपी के सहयोगियों ने अब ‘अपने’ मुद्दे गिनाने शुरु दिए हैं। बीजेपी की सहयोगी लोक जन शक्ति पार्टी (एलजेपी) ने अब अपना रुख साफ कर दिया है। एलजेपी में संसदीय दल के अध्यक्ष चिराग पासवान ने आईना दिखाते हुए कहा कि, ‘राम मंदिर और तीन तलाक हमारा मुद्दा नहीं है। पीएम मोदी को विकास की बात करनी चाहिए’। इससे पहले भाजपा और एलजेपी के बीच सीट बंटवारे को लेकर भी विवाद रहा है। सीट बंटवारे को लेकर एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान की कुछ समय पहले भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और अरुण जेटली से मुलाकात हुई थी।
केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने लोकसभा चुनाव 2019 की उलटी गिनती शुरू होते ही भाजपा के सामने अपना रुख साफ कर दिया है। चिराग पासवान ने एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा, ‘विकास, किसान और नौकरियों जैसे मुद्दों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। यही बात मैंने हाल ही में मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के चुनाव के परिणाम आने के बाद कही थी।’
चिराग ने कहा, ‘एनडीए के लिए विकास चुनावी मुद्दा होना चाहिए। अगर ऐसा होता है तो मुझे भरोसा है कि बिहार की 40 में से 35 से अधिक सीटों पर गठबंधन को जीतने में मदद मिलेगी। मुझे उम्मीद है कि चुनाव राम मंदिर और ट्रिपल तलाक जैसे मुद्दे पर लड़ा जाएगा। इससे गठबंधन की संभावनाओं को नुकसान पहुंचेगा’।
चिराग ने भाजपा के सामने अपना रुख उस वक्त सामने रखा है, जब तीन तलाक के मुद्दे पर संसद सत्र हंगामेदार जा रहा है। वहीं, बिहार में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने राज्यसभा में तीन तलाक विधेयक पर सरकार के खिलाफ जाने की बात पहले ही कह दी है। जेडीयू ने लोकसभा में भी इस विधेयक पर वोटिंग को लेकर अपना रुख साफ कर दिया था। बता दें कि, बीजेपी की राजस्थान, मध्य प्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनावों में हार के बाद भी चिराग ने ऐसे बयान दिए थे।