Chinmoy Das Bangladesh: बांग्लादेश में चिन्मय दास की गिरफ्तारी से भारत में जबरदस्त नाराजगी देखने को मिल रही है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स और आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक 68 रिटायर्ड अफसरों द्वारा पीएम मोदी को एक चिट्ठी लिख दी गई है। चिट्ठी के जरिए मांग हुई है कि पीएम मोदी को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए।
इस समय ज्यादा चिंता की बात यह है कि बांग्लादेश में चिन्मय दास की गिरफ्तारी के बाद हिंसा फिर शुरू हो गई है। कई जगहों पर बांग्लादेशी हिंदुओं पर अटैक किया गया है। उसके बाद ही अब भारत में भी उस हिंसा के खिलाफ आक्रोश बढ़ गया है। इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर के पूर्व डीजीपी शेष पाल वैद ने जानकारी दी है कि हाई कोर्ट के 68 सेवानिवृत्त न्यायाधीशों,आईएएस,आईपीएस,आईआरएस,आईआईएस ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है।
भारत के बिना क्यों अधूरा है बांग्लादेश?
उस चिट्ठी में मांग की गई है कि बांग्लादेश में जो हिंदुओं के खिलाफ हिंसा हो रही है, वो तुरंत रुकनी चाहिए, वहीं जिस फर्जी मामले में चिन्मय दास को फंसाया गया है, वहां भी पीएम मोदी को खुद दखल देनी चाहिए। पत्र में यहां तक कहा गया है कि हिंदुओं के खिलाफ बांग्लादेश में माहौल बिगड़ता जा रहा है। मंदिरों को अपवित्र किया जा रहा है, नष्ट करने की साजिश हो रही है। हिंदू सरकारी कर्मचारियोंको नौकरी से निकाला जा रहा है, महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ गए हैं।
अब जानकारी के लिए बता दें कि चिन्मय दास पर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज को अपमान करने का आरोप है। इसी आरोप में उनकी गिरफ्तारी भी हुई है। उन्होंने एक रैली अक्टूबर में की थी और इस दौरान हिंदुओं से एकजुट होने की अपील की थी। उसके बाद से ही वे निशाने पर आ गए थे और अब उनकी गिरफ्तारी हो गई। चिन्मय दास के बारे में और जानने के लिए यहां क्लिक करें