पूर्व चीनी राजदूत सुन यूजी से आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर पर सवाल किया गया को वह रिपोर्टर को अनसुना करके बाहर निकल गए। ANI के एक पत्रकार ने यूजी से जानना चाहा था कि मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने पर उनकी क्या राय है। इसपर वह हंसते हुए वहां से बिना कोई जवाब दिए निकल गए। इससे पहले पत्रकार से बात करते हुए यूजी ने कश्मीर के मुद्दे पर जवाब दिया था। भारत पाकिस्तान के रिश्तों पर बात करते हुए यूजी ने कहा, ‘चीन और पाकिस्तान के बीच बेहद करीबी रिश्ता है। लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर एक बड़ा मुद्दा है। दोनों को इसका समाधान निकालना चाहिए।’
इसके अलावा यूजी ने पाकिस्तान को आतंक को बढ़ावा देने वाला देश भी मानने से मना कर दिया। यूजी ने कहा, ‘आप कह रहे हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा देता है। लेकिन मुझे ऐसा नहीं दिखता। मुझे इस बात पर यकीन नहीं है।’
गौरतलब है कि भारत मसूद अजहर को आतंकी घोषित करने की वकालत करता रहता है लेकिन बार-बार यूएन की बैठक में भारत का साथ नहीं देता। हाल ही में भी चीन ने भारत की जैश ए मुहम्मद के सरगना मसूद अजहर अजहर पर संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने की कोशिश पर अडंगा लगा दिया था। इसके लिए उसने कारण दिया कि बीजिंग किसी के भी ‘‘आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के नाम पर राजनीतिक फायदा’’ उठाने देने के विरोध में है। हालांकि चीन यह भी कहता रहता है कि वह हर प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ है। भारत की पाकिस्तान के आतंकी समूह जैश ए मोहम्मद के प्रमुख अजहर पर संयुक्त राष्ट्र का प्रतिबंध लगवाने की कोशिश में बाधा उत्पन्न के आरोपों के बारे में चीन के उप विदेश मंत्री ली बाओदोंग ने कहा था, ‘चीन सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ है। आतंक के खिलाफ लड़ाई में दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए। आतंक के खिलाफ लड़ाई के नाम पर किसी को अपने राजनीतिक हित भी नहीं साधने चाहिए।’
WATCH:Chinese Diplomat Sun Yuxi evades question on China blocking India’s bid to get JeM chief Masood Azhar declared UN-designated terrorist pic.twitter.com/yLM2MF5M2p
— ANI (@ANI) October 18, 2016