चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अगले पांच साल या उससे अधिक समय तक देश का नेतृत्व करने के लिए और अधिक अधिकार देने को लेकर अगले महीने महत्त्वपूर्ण अधिवेशन में अपने संविधान में संशोधन करने के लिए तैयार है। सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा इस सप्ताह पार्टी के आगामी राष्ट्रीय अधिवेशन में अपने संविधान में संशोधन करने की घोषणा के बाद शी की शक्तियां और बढ़ेंगी।
कम्युनिस्ट पार्टी आफ चाइना (सीपीसी) की प्रमुख नीति निर्माण समिति, 25 सदस्यीय पोलित ब्यूरो की बैठक पिछले शुक्रवार को हुई थी। पोलित ब्यूरो ने कहा, ‘बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि 20वीं सीपीसी राष्ट्रीय कांग्रेस बहुत महत्त्वपूर्ण अधिवेशन है, जिसे अहम मौके पर आयोजित किया जाना है।’ शी जिनपिंग पार्टी का नेतृत्व करते रहेंगे। माओ के बाद ‘मुख्य नेता’ की उपाधि पा चुके शी (69) पांच साल का अपना दूसरा कार्यकाल इस साल पूरा कर रहे हैं। पोलित ब्यूरो की बैठक के बाद जारी बयान में कहा गया, ‘पार्टी संविधान सीपीसी का सामान्य चार्टर है।
नई परिस्थितियों और मिशन के अनुरूप सीपीसी द्वारा अपनी 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस में पार्टी के संविधान में संशोधन करने से पार्टी को इस मौलिक दस्तावेज की गरिमा का बेहतर अध्ययन, पालन, क्रियान्वयन और रक्षा करने में मदद मिलेगी।’ सीपीसी के संविधान में बदलाव ने उन अटकलों को हवा दी है कि पार्टी के महासचिव और राष्ट्रपति के अलावा सेना के प्रमुख शी को पार्टी के अध्यक्ष की उपाधि प्रदान करने वाले संभावित उन्नयन सहित अधिक शक्ति प्रदान की जाएंगी। सदी पुरानी पार्टी में अब तक यह पद केवल माओ के पास ही था।
अधिवेशन में पार्टी केंद्र में कई नए अधिकारियों को शामिल करेगी, जिसमें एक नया प्रधानमंत्री भी शामिल होगा, क्योंकि सीपीसी के नंबर दो नेता ली क्वींग ने कहा है कि वह सेवानिवृत्त हो जाएंगे। हांगकांग के अखबार ‘साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट’ के अनुसार विश्लेषकों का मानना है कि इस कदम का उद्देश्य शी के सिद्धांत को पार्टी चार्टर में बेहतर ढंग से शामिल करना है जो 9.5 करोड़ सदस्यों को नियंत्रित करता है और इससे शी के नेतृत्व की स्थिति और मजबूत होगी।
पार्टी के संविधान में संशोधन का उद्देश्य शी के सिद्धांत को चार्टर में बेहतर ढंग से शामिल करना है और इससे वह अधिकारों के मामले में और मजबूत होंगे। वर्ष 2017 में पार्टी के पिछले अधिवेशन में एक नए युग के लिए चीनी विशेषताओं के साथ समाजवाद पर शी चिनफिंग के विचार को शामिल करने के लिए पार्टी चार्टर में संशोधन किया गया था। इसके अलावा शी, माओ और उनके उत्तराधिकारी देंग शियाओ पिंग के बाद पार्टी के तीसरे नेता बन गए – जिनके पास पार्टी के सिद्धांत में अपना दृष्टिकोण है।