India China Border Dispute: भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर टेंशन बढ़ती जा रही है। लद्दाख में वास्तवीक नियत्रंण रेखा (LAC) पर चीन ने 20 हजार जवानों को तैनात किया है। चीन की ओर से सेना के दो डिविजन की तैनाती भारतीय सीमा की तरफ की गई है। चीन को जवाब देने के लिए भारत ने भी सैनिकों की तैनाती बढ़ा दी है। सूत्रों का कहना है कि तिब्बत क्षेत्र में चीनी की आम तौर पर भी दो टुकड़ियां होती हैं, लेकिन इस बार उन्होंने भारतीय चौकियों के खिलाफ तैनाती के लिए 2,000 किलोमीटर दूर स्थानों से करीब दो प्रभागों को अतिरिक्त रूप से तैनात किया है। चीन ने दो हजार किलोमीटर दूर से अतिरिक्त डिविजन मंगाए हैं।
इस बीच चीन की तरफ से सैनिकों की तैनाती बढ़ाए जाने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकुंद नरवाने शुक्रवार को सुरक्षा का जायदा लेने लेह जाएंगे। जानकारों का कहना है कि भारत और चीन भले ही सीमा विवाद को लेकर बातचीत कर रहे हों लेकिन चीन की तरफ से सीमा पर सैनिकों की संख्या कम नहीं की गई है। भारत चीन की इन हरकतों पर नजर बनाए हुए है। भारतीय सेना ने भी जवानों की तैनाती बढ़ा दी है। भारतीय सेना ने रणनीति प्वाइंट्स पर अपनी तैनाती और बढ़ा दी है और टैंक-हथियार को पहुंचाया जा रहा है।
हिन्दुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक इंडियन नेवी की तरफ से हाई पावर और ज्यादा क्षमता वाली नावों को लद्दाख भेजा जा रहा है। नेवी की तरफ से भेजी जा रही ये नाव चीनी सेना के पास मौजूद टाइप 928B जहाजों का जवाब है। भारतीय जवान इन नावों पर सवार होकर सीमा की निगरानी करते हैं।
भारतीय नौसेना को किसी भी अप्रिय गतिविधि को रोकने के लिए अंडमान सागर से फारस की खाड़ी तक जहाजों की आवाजाही की निगरानी करने वाले अपने नौसैनिक बेड़े के तैनात किए हैं।बता दें कि 15 जून को भारत और चीन के सैनिकों में हुई हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद दोनों देशों के बीच सीमा स्तर पर बातचीत का सिलसिला जारी है। केंद्र सरकार ने चीन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए चीन के 59 ऐप को भारत में प्रतिबंधित कर दिया है। भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर तनाव चरम पर है।