थल सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडेय (COAS General Manoj Pande) ने कहा है कि भारतीय सेना में अग्निवीरों का चयन, प्रशिक्षण और प्रदर्शन बहुत अच्छा चल रहा है। अब वे पूरी तरह से मोर्चे पर अपनी जिम्मेदारी संभालने में सक्षम हो गये हैं। नई दिल्ली में गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए अग्निवीरों के फीडबैक की भी जानकारी दी। उन्होंने कहा, “अग्निवीरों के पहले दो बैच अब पूरी तरह से फील्ड इकाइयों में तैनात हैं और उनका फीडबैक बहुत रोमांचक और पॉजिटिव है…। महिला अधिकारियों को लेकर भी सेना प्रमुख ने संतोष जताया।

अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं वुमन ऑफिसर

उन्होंने कहा, “120 महिला अधिकारी जिन्हें स्थायी कमीशन दिया गया है और वे कमांड भूमिकाओं में हैं, उन्हें भी फील्ड क्षेत्रों में तैनात किया गया है और वे अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं।”

सेना के कामों में एडवांस तकनीकी का हो रहा इस्तेमाल

जनरल मनोज पांडेय ने सेना में तकनीकी बदलाव पर भी जानकारी दी और कहा कि सेना में काम करने वाले लोगों के कंपीशन और प्रमोशन जैसे काम ऑनलाइन किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “… हम अपनी कंपीटिटिव और प्रमोशन परीक्षाओं के मौजूदा तरीकों में बदलाव कर पूरी तरह से ऑनलाइन मोड में चले गए हैं। इस साल के अंत तक हमारी सभी प्रमोशन परीक्षाएं पूरी तरह से ऑनलाइन आयोजित की जाएंगी…।”

उन्होंने कहा, “…आपातकालीन प्रावधानों के हिस्से के रूप में हम कुछ नई तकनीकों को शामिल करने और युद्ध के क्षेत्रों को बेहतर करने में सक्षम हुए हैं। हमने बेहतर वाहन, ड्रोन और काउंटर-ड्रोन सिस्टम शामिल किए हैं। हमारे पास फिल्ड-स्पेशलाइज्ड इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली हैं…।”

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कहा, “हमारा देश आर्थिक क्षेत्र में प्रगति के पथ पर मजबूती से आगे बढ़ रहा है। हम अपने देश की प्रगति में मदद करने के लिए आंतरिक और बाहरी दोनों तरह से एक स्थिर और सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं…”