उत्तर प्रदेश में कुछ इंजीनियरों को सड़क पर आवारा पशुओं (जिसमें गाय और बैल भी शामिल है) को कंट्रोल करने की ड्यूटी में लगाया गया है। अभियंताओं की ड्यूटी के संबंध में ऐसा फरमान जारी होने के बाद यहां हड़कंप मच गया है। दरअसल राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 29 जनवरी को ‘गंगा यात्रा’ के दौरान मिर्जापुर पहुंचेंगे। इस दौरान प्रशासन की यह कोशिश है कि सड़क पर किसी तरह की अव्यवस्था ना फैले और आवारा पशुओं पर लगाम रखा जाए। रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश Public Works Department (PWD) ने सीएम की यात्रा के दौरान पशुओं पर लगाम कसने के लिए 9 जूनियर इंजीनियरों की तैनाती की है।
सरकारी फरमान में कहा गया है कि इन सभी इंजीनियरों को मिर्जापुर में अलग-अलग जगहों पर तैनात किया जाएगा। ताकीद की गई है कि अगर कोई आवारा पशु सड़क पर आता है तो इन इंजीनियरों को रस्सी के सहारे इन पशुओं को बांध देना है। इस फरमान में कहा गया है कि ‘अवर अभियन्ता अपने गैंग के साथ 29-01-2020 को 8-10 रस्सी लेकर कार्यस्थल पर उपस्थित रहेंगे। यदि आवारा पशु सड़क पर आए तो उनको बांध कर रखेंगे ताकि मुख्यमंत्री के आवागमन में कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो।’ इन सभी इंजीनियर्स की ड्यूटी पुलिस लाइन से लेकर बिरोही तक लगाई गई है और इन सभी को अपने साथ 8-10 रस्सी लाने के लिए भी कहा गया है।
यूपी सरकार के इस फरमान के बाद यहां हड़कंप मच गया है। मिर्जापुर इंजीनियर एसोसिएशन ने इस संबंध में PWD विभाग को खत लिखकर कहा है कि ‘इंजीनियर्स आवारा पशुओं को पकड़ने में प्रशिक्षित नहीं हैं। इससे बेहतर है कि कि प्रशासन इस काम को किसी अन्य एजेंसी से करवा ले।’
यहां आपको बता दें कि सोमवार से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की 5 दिनों की ‘गंगा यात्रा’ बिजनौर से शुरू हुई। यात्रा के लिए 2 रूट तय किये गये हैं। पहला रूट बिजनौर से कानपुर तथा दूसरा रूट बलिया से कानपुर का है।
