Chandrayaan-3 Mission Success: चंद्रयान-3 मिशन की सफलता को लेकर इसरो के वैज्ञानिकों को देश-दुनिया से बधाई मिल रही है। इसी कड़ी में सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने खुशी जाहिर की है। सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमारे महान राष्ट्र के नागरिक के रूप में यह बेहद गर्व की बात है कि मैंने आज चंद्रमा पर चंद्रयान-3 की उल्लेखनीय लैंडिंग देखी।’

चीफ जस्टिस ने आगे कहा, ‘चंद्र मिशन की सफलता ने भारत को चंद्र सतह पर सफलतापूर्वक लैंडिंग करने वाले चुनिंदा देशों के समूह में शामिल कर दिया है। यह और भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला एकमात्र देश है। इससे वैज्ञानिक अनुसंधान और खोज के नए रास्ते खुलेंगे।’

सीजेआई ने कहा कि यह राष्ट्र की प्रगति में एक मील का पत्थर दर्शाता है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर टीम इसरो और वैज्ञानिक समुदाय को मेरी हार्दिक बधाई। उन्होंने पूरे देश को गौरवान्वित किया है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी चंद्रयान-3 की लैंडिंग को लेकर खुशी जताई। बनर्जी ने कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता पूरे देश के लिए गर्व करने वाली बात है। हम सभी को एक इसकी सफल सॉफ्ट लैंडिंग की खुशी मनानी चाहिए।

बनर्जी ने कहा, ‘इसरो की टीम भारत की है। उनकी कड़ी मेहनत देश की प्रगति का प्रमाण है जो यहां के लोगों, वैज्ञानिकों और अर्थशास्त्रियों से मिली है, न कि किसी राजनीतिक पार्टी से। देशभर के वैज्ञानिकों का अहम योगदान उन्होंने कहा है।’ उन्होंने कहा कि इस मिशन में बंगाल समेत देशभर के वैज्ञानिकों ने काफी योगदान दिया है। मैं उन सभी के प्रयासों की सराहना करती हूं, जिन्होंने भारत के लूनर एक्स्प्लॉरैशन को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कड़ी मेहनत की है।

राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘इसरो की टीम को इस उपलब्धि के लिए बधाई। दक्षिण ध्रुव पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग हमारे वैज्ञानिक की जबरदस्त प्रतिभा और दशकों की कड़ी मेहनत का परिणाम है।’ उन्होंने आगे कहा, ‘1962 के बाद से भारत का अंतरिक्ष कार्यक्रम नई ऊंचाइयों को छू रहा है और सपने देखने वाली युवा पीढ़ियों को प्रेरित कर रहा है।’

इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा, ‘हमने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग में सफलता हसिल कर ली है। भारत चांद पर है।’ न्यूज एजेंसी पीटीआई ने इसरो के अधिकारियों के हवाले से बताया कि चंद्रमा की सतह और आसपास के वातावरण का अध्ययन करने के लिए लैंडर और रोवर के पास एक चंद्र दिवस (पृथ्वी के लगभग 14 दिन के बराबर) का समय होगा।