Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वो छत्तीसगढ़ में आर्थिक स्थिति पर बात करते हुए राज्य की भूपेश बघेल सरकार की फजीहत कर दी। वहीं टीएस सिंह देव के इस वीडियो को लेकर भाजपा ने बघेल सरकार पर “वित्तीय कुप्रबंधन” का आरोप लगाते हुए निशाना साधा है। भाजपा ने मुख्यमंत्री को “मिस्टर बंटाधार” कहा है।

सामने आए वीडियो में टीएस सिंह देव कहते दिख रहे हैं कि प्रदर्शनकारी कर्मचारियों के भत्तों में बढ़ोतरी करने की सरकार की कोई “औकात” (स्थिति) नहीं है, क्योंकि पहले ही वह उन्हें 40,000 करोड़ रुपये दे चुकी है। उनके इस बयान को लेकर भूपेश बघेल सरकार की फजीहत हो रही है। हालांकि विवाद बढ़ता देख टीएस सिंह देव ने अपने इस बयान पर खेद व्यक्त किया है।

बयान पर आलोचना के चलते टीएस सिंह देव ने इसे शब्द चुनने में “गलती” बताया। इसपर खेद व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार के साथ भाजपा को सहयोग करना चाहिए और लोगों के हित में राज्य को बकाया राशि जारी करने के लिए केंद्र सरकार के सामने बात रखनी चाहिए।

रमन सिंह ने क्या कहा:

बता दें कि भाजपा नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व सीएम रमन सिंह ने टीएस सिंह देव का वीडियो शेयर कर लिखा, “कांग्रेस सरकार के एक वरिष्ठ मंत्री खुद कह रहे हैं, सरकार के पास पैसे देने की औकात नहीं है! भूपेश बघेल जी के कुप्रबंधन ने छत्तीसगढ़ को कर्ज में डुबोकर दिवालिया कर दिया है। न वेतन देने के पैसे हैं, न ही घोषणा पत्र के वादे पूरे करने के। भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के मिस्टर बंटाधार हैं!”

गौरतलब है कि 22 अगस्त से राज्य सरकार के 4 लाख से अधिक कर्मचारी और अधिकारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं। उनकी मांग है कि सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुसार उन्हें भी 34 फीसदी महंगाई भत्ता, मौजूदा डीए के अनुपात में छह फीसदी की वृद्धि और मकान किराया भत्ता दिया जाए।

बता दें कि राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों के लिए 16 अगस्त को डीए में 6 फीसदी की वृद्धि करने का ऐलान किया था। हालांकि बाद में इसे बढ़ाकर 28 प्रतिशत कर दिया गया।