छत्तीसगढ़ कांग्रेस में मचे आंतरिक कलह के बीच सीएम भूपेश बघेल और उनके कैबिनेट सहयोगी शनिवार शाम को दिल्ली के लिए रवाना हुए। इसके अलावा भूपेश बघेल के प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले टीएस सिंहदेव भी भोपाल से दिल्ली पहुंचे हैं और आलाकमान से मिलेंगे। बता दें कि टीएस सिंहदेव ने हाल ही में बघेल सरकार में पंचायत विभाग के मंत्री पद से अपना इस्तीफा दिया था।
चुनाव से पहले सुलह के फॉर्मूले पर मंथन:
छत्तीसगढ़ सरकार में मंत्रियों के दिल्ली पहुंचने को लेकर कहा जा रहा है कि राज्य में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस की आंतरिक कलह को आलाकमान दूर करना चाहता है। ऐसे में दिल्ली में भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव के बीच सुलह के फॉर्मूले पर मंथन हो सकता है। इस दौरे में दोनों नेताओं की कांग्रेस हाईकमान से मुलाकात की खबर है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ पर्यवेक्षक के रूप में नियुक्त भूपेश बघेल ने कहा कि वह रविवार को दिल्ली में पार्टी नेताओं से मुलाकात करेंगे। राष्ट्रीय राजधानी के लिए शाम करीब साढ़े पांच बजे रवाना होने से पहले मुख्यमंत्री ने यहां स्वामी विवेकानंद हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, “मैं दिल्ली में पार्टी नेताओं से मिलूंगा। मैं कल हिमाचल प्रदेश के अपने नेताओं से भी मिलूंगा।”
गौरतलब है कि टीएस सिंहदेव 16 जुलाई को बघेल सरकार में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग छोड़ने के बाद विधायक दल की बैठक और विधानसभा सत्र में भी शामिल नहीं हुए। उनके इस रवैये पर विधायकों ने हाईकमान से उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की मांग की है।
वहीं सिंहदेव के इस्तीफे पर भूपेश बघेल के पिता नंदकुमार बघेल ने विवादित बयान दिया है। उन्होंने मनेन्द्रगढ़ में कहा है कि टीएस सिंहदेव अपना आधा-अधूरा इस्तीफा न दें। अगर उन्हें सरकार में नही रहना है तो पूरी तरह इस्तीफा दें। दरअसल सिंहदेव के पास पंचायत विभाग के अलावा स्वास्थ्य विभाग भी है। लेकिन उन्होंने पंचायत विभाग के मंत्री पग से ही इस्तीफा दिया है।