भारत का दूसरा राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 23 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा। इस दिन देश के पहले चार अंतरिक्ष यात्रियों को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सम्मानित किया जाएगा जिनमें ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भी शामिल हैं। शुभांशु हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से लौटे हैं। दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित होने वाले इस समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अंतरिक्ष यात्री प्रशांत नायर (48), अजित कृष्णन (43), अंगद प्रताप (43) और शुभांशु शुक्ला (39) से मिलने की उम्मीद है।

राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस भारत के ऐतिहासिक चंद्रयान -3 मिशन की याद में मनाया जाता है, जिसने 2023 में चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहली बार लैंडिंग की थी। इस साल आयोजन में शुभांशु शुक्ला का स्वागत भी किया जाएगा जो एक्सिओम-4 क्रू के सदस्य के रूप में आईएसएस पर 18 दिनों के मिशन के बाद 15 जुलाई को कैलिफ़ोर्निया के तट पर उतरे थे।

देश के पहले चार अंतरिक्ष यात्रियों को सम्मानित करेंगे पीएम मोदी

सूत्रों के अनुसार, 23 अगस्त के समारोह में सिर्फ़ शुभांशु को ही नहीं बल्कि सभी चार अंतरिक्ष यात्रियों को शामिल करने का फ़ैसला सोच-समझकर लिया गया था। एक अधिकारी ने इंडियन एक्स्प्रेस को बताया, “ऐसा महसूस किया गया कि समारोह में सिर्फ़ शुभांशु को ही नहीं बल्कि सभी चार अंतरिक्ष यात्रियों को शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि वे सभी समान रूप से प्रशिक्षित और योग्य हैं।” पिछले साल पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भाग लिया था और भारत की अंतरिक्ष उपलब्धियों और स्पेस इनोवेशन के सामाजिक प्रभाव को प्रदर्शित किया था।

ये अंतरिक्ष यात्री भारत के मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम, गगनयान, का हिस्सा हैं जिसके अंतर्गत इसरो तीन मानवरहित मिशन (G1, G2 और G3), दो मानवयुक्त मिशन (H1 और H2), और भारतीय अंतरिक्ष स्टेशन (G4, BAS-1 और G5) तक पहुंचने वाले तीन पूर्ववर्ती मिशनों को अंजाम देगा। पहली मानवरहित उड़ान इस साल की अंतिम तिमाही में और पहली मानवयुक्त उड़ान 2027 की शुरुआत में होने की उम्मीद है।

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आईएसएस पर पीएम मोदी के साथ लाइव बातचीत में क्या बोले थे शुभांशु शुक्ला?

वहीं, दूसरी ओर स्पेस मिशन से लौटने के बाद से शुभांशु शुक्ला ह्यूस्टन, टेक्सास में पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के साथ खुद को फिर से ढालने की तैयारी कर रहे हैं। आईएसएस पर रहते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के साथ लाइव बातचीत के दौरान कहा था, “यहां मेरे दोस्तों ने पूछा है कि हम गगनयान पर कब जा सकते हैं।”

वहीं, एक्सिओम-4 के विदाई समारोह के दौरान, उन्होंने भारत के विषय में कहा था, “41 साल पहले, एक भारतीय अंतरिक्ष में आया था और हमें बताया था कि ऊपर से भारत कैसा दिखता है। मुझे लगता है कि हम सभी जानना चाहते हैं कि आज का भारत अंतरिक्ष से कैसा दिखता है। मैं आपको बताऊंगा। आज का भारत अंतरिक्ष से महत्वाकांक्षी दिखता है, आज का भारत निडर दिखता है, आज का भारत आत्मविश्वास से भरा दिखता है, आज का भारत गर्व से भरा दिखता है और इन्हीं कारणों से, मैं फिर से कहना चाहता हूं कि आज का भारत आज भी सारे जहां से अच्छा दिखता है।” पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स