Chandrashekhar Azad News: देश में महंगी दवाइयों की समस्या काफी पुरानी हो चुकी है, सरकार की तरफ से तमाम दावे किए जाते हैं, कई बार योजनाएं भी आती हैं, लेकिन गरीब आदमी के पास आज भी सस्ती दवाइयां उपलब्ध होना एक चुनौती है। इस बीच आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद चंद्रशेखर आजाद ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने जोर देकर बोला है कि इस देश को अब ‘वन मेडिसिन वन प्राइस’ की जरूरत है।

चंद्रशेखर ने क्या बोला है?

इस बारे में चंद्रशेखर आजाद कहते हैं कि एक ऐसा देश जहां पर हम सभी इस समय वन नेशन वन इलेक्शन को प्रमोट कर रहे हैं, क्या दवाइयों के साथ भी ऐसा नहीं हो सकता। इस देश में एक कंपनी की दवाई अगर ₹5 में मिलती है तो दूसरी कंपनी की ₹200 में। इन कंपनियों को खुली छूट दी गई है और ये लोगों को लूट रहे हैं। इस बात को किसी भी हालत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। बड़े स्तर पर लोगों की जेब को चपत लग रही है। इसलिए मैं मांग करता हूं कि अब देश में वन मेडिसिन वन प्राइस की पॉलिसी लागू हो जानी चाहिए जिससे सभी को एक समान प्राइस पर कोई भी दवाई उपलब्ध हो सके।

सरकार ने क्या कदम उठाए?

वैसे ऐसा नहीं है कि सरकार इस बारे में नहीं जानती है, कई जरूरी दवाइयों के दम पर कैप लगाने का काम होता है जिससे तय रेट से ज्यादा पर वो मार्केट में ना बेची जाए। कोरोना के टाइम भी ऐसा देखा गया था जब जरूरी दवाइयें के दाम पर कैप लगा था।

सभी को मिलेगी सस्ती दवाई?

लेकिन अब चंद्रशेखर आजाद ने बड़ा मुद्दा उठाते हुए कहा है कि सिर्फ किसी दवाई की कंपनी बदलने से उसका रेट नहीं बदलना चाहिए। उनकी तरफ से सरकार से मांग की गई है इस बारे में जल्द ही कोई एक्शन लिया जाए जिससे सभी को जरूरी दवाइयां उपलब्ध हो सकें। अभी के लिए सरकार ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, उनकी तरफ से ऐसी किसी योजना को लेकर मंथन शुरू नहीं हुआ है।

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