चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर हुए विवाद पर सुप्रीम कोर्ट की तरफ से तल्ख टिप्पणी आई है। सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा है कि ये लोकतंत्र की हत्या है। ऐसे मजाक की इजाजत नहीं दी जा सकती। असल में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान सीजेआई का गुस्सा रिटर्निंग ऑफिसर पर भड़का था। कोर्ट में एक वीडियो पेश किया गया जिसमें साफ दिख रहा था कि रिटर्निंग ऑफिसर वोटों को कथित रूप से रद्द कर रहे थे। उसी वीडियो को आधार बनाते हुए सीजेआई ने नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

सुनवाई के दौरान सीजेआई ने रिटर्निंग ऑफिसर को लताड़ते हुए कहा कि साफ दिख रहा है कि मतपत्रों के साथ गड़बड़ी की गई। उन पर मुकदमा चलना ही चाहिए। वो कैमरे की तरफ लगातार क्यों देख रहे हैं, ये तो लोकतंत्र का मजाक है, हत्या है, हम हैरान हैं। क्या किसी रिटर्निंग ऑफिसर का ऐसा रवैया बर्दाश्त किया जा सकता है? इतना बोलने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने हाई कोर्ट पर भी नाराजगी जाहिर की और दो टूक कहा कि वे सही तरह से चुनाव नहीं करवा पाए।

जानकारी के लिए बता दें कि चंडीगढ़ मेयर चुनाव में तीनों ही सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज की थी। पार्टी की तरफ से दिखाया गया कि ये इंडिया गठबंधन की हार है क्योंकि कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने साथ में ही चुनाव लड़ा था। लेकिन आप का आरोप रहा कि मतों के साथ छेड़छाड़ की गई और कम वोट पाने के बाद भी बीजेपी की जीत दर्ज हो गई।

इसी मुद्दे को आम आदमी पार्टी ने बड़ा मुद्दा बनाया और बीजेपी पर ही धांधली का आरोप लगाया। सीएम अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने खुद जमीन पर उतर उसका विरोध किया और लोकतंत्र की हत्या बताया। अब बड़ी बात ये है कि सुप्रीम कोर्ट ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लिया है और आगे भी इस मामले पर सुनवाई जारी रहने वाली है।