Center Bans Youtube Videos: केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सोमवार (26 सितंबर) को दस YouTube चैनलों के 45 वीडियो को ब्लॉक कर दिया, क्योंकि वे धार्मिक समुदायों के खिलाफ अभद्र भाषा वाले और सांप्रदायिक वैमनस्य फैलाने की कोशिश कर रहे थे। सरकार ने धार्मिक समुदायों के बीच घृणा फैलाने के इरादे से वीडियो सामग्री में छेड़छाड़ करने और फर्जी खबरें प्रसारित करने के लिए 10 यूट्यूब चैनल के 45 वीडियो को प्रतिबंधित करने का आदेश दिया है। सोमवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी।

सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने कहा कि भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेश संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए मॉर्फ्ड वीडियो और तस्वीरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। खुफिया सूचनाओं पर कार्रवाई करते हुए, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म यूट्यूब को निर्देश दिया कि वह 23 सितंबर को सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशा निर्देश एवं डिजिटल मीडिया नैतिकता संहिता) नियम 2021 के प्रावधानों के तहत उन 45 वीडियो को तुरंत ब्लॉक कर दे।

1.3 करोड़ बार देखा गया है प्रतिबंधित वीडियो

एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि जिन वीडियो को प्रतिबंधित किया गया है, उन्हें कुल मिलाकर 1.30 करोड़ बार देखा जा चुका है और उनमें दावा किया गया है कि सरकार ने कुछ समुदायों के धार्मिक अधिकार छीन लिए हैं। ठाकुर ने कहा, ‘इन चैनलों में ऐसी सामग्री थी, जो समुदायों के बीच भय और भ्रम फैलाती है।’ एक आधिकारिक बयान के अनुसार, प्रतिबंधित सामग्री में धार्मिक समुदायों के बीच घृणा फैलाने की मंशा से प्रसारित फर्जी खबरें और छेड़छाड़ किये गए वीडियो शामिल हैं।

सांप्रदायिक विद्वेष फैलाने के लिए चलाए जा रहे थे वीडियो

सरकार ने बताया, “इस तरह के वीडियो में सांप्रदायिक विद्वेष पैदा करने और देश में सार्वजनिक व्यवस्था को बाधित करने की कोशिश करते हुए पाया गया । मंत्रालय द्वारा ब्लॉक किए गए कुछ वीडियो का इस्तेमाल अग्निपथ योजना, भारतीय सशस्त्र बलों, भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र, कश्मीर आदि से संबंधित मुद्दों पर दुष्प्रचार फैलाने के लिए किया जा रहा था।” सरकार के अनुसार, कुछ वीडियो में भारतीय क्षेत्र की सीमाओं के बाहर जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के कुछ हिस्सों के साथ भारत की एक गलत सीमा को दर्शाया गया है।