अनीषा दत्ता
केंद्रीय आवास मंत्रालय ने गुरुवार को शीतकालीन सत्र के दौरान संसद में जानकारी दी कि नये संसद भवन के निर्माण का काम 35 प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। वहीं उन्होंने बताया कि बहु चरणीय सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के लिए अब तक 1,289 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए गए हैं। उन्होंने कहा कि नए भवन को अक्टूबर 2022 तक पूरा किया जाना है, जिसके लिए आवंटित 971 करोड़ रुपये में से 340 करोड़ रुपये अब तक खर्च किए जा चुके हैं।
मनीष तिवारी के सवाल पर दी जानकारी: सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास के काम को इस महीने में पूरा होना है। बता दें कि इसके निर्माण में 60% का कार्य पूरा हो चुका है। लोकसभा में केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर ने कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी के एक सवाल के जवाब में यह जानकारी दी।
कौशल किशोर ने कहा कि सेंट्रल विस्टा एवेन्यू के पुनर्विकास के लिए कुल 608 करोड़ रुपये के बजट में से अब तक 190.76 करोड़ रुपये खर्च किए जा चुके हैं। गौरतलब है कि सेंट्रल विस्टा को लेकर कुल लागत का अनुमान 20,000 करोड़ रुपए है।
मौजूदा समय में केवल चार प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है। जिसमें नया संसद भवन, सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का पुनर्विकास, तीन कॉमन केंद्रीय सचिवालय बिल्डिंग का निर्माण और उपराष्ट्रपति निवास के निर्माण का काम शामिल है।
वहीं सवाल के जवाब में कौशल किशोर ने कहा कि तीन सामान्य सचिवालय भवनों के निर्माण का लक्ष्य नवंबर 2023 है तथा संसाधनों को जुटाने तथा स्थल की तैयारी का कार्य अभी प्रगति पर है।
निर्माण कार्य से प्रदूषण रोकने के लिए जरूरी उपाय: इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट में केंद्र सरकार ने गुरुवार को जानकारी दी कि सेंट्रल विस्टा का निर्माण राष्ट्रीय महत्व की परियोजना है। इसके निर्माण के चलते प्रदूषण न हो, ऐसे में सभी जरूरी उपाय किये जा रहे हैं। आवास एवं शहरी मामलों के मंत्रालय ने हलफनामा दाखिल कर बताया कि केंद्र राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र की निर्माण गतिविधियों को दो भाग में कर रहा है।
