यात्रियों के सफर को सुरक्षित बनाने के लिए ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इससे ट्रेन में होने वाली चोरी, झपटमारी समेत अन्य गड़बड़ियों को रोकने में मदद मिलेगी। इस परियोजना के लिए रेलवे ने पहल कर दी है। इसके अनुभव के आधार पर अन्य यात्री ट्रेन में भी यह सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
यह परियोजना आर्टिफिशियल सिक्योरिटी के तहत पूरी की जाएगी। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके यादव ने बताया कि इसके तहत हर ट्रेन में सीसीटीवी लगाने की योजना है। किसी भी यात्री की निजता सीसीटीवी से प्रभावित नहीं हो।
इसके लिए ये कैमरे ट्रेन के मुख्य गेट, बाथरूम के बाहर व कोच के गलियारे में लगाए जाएंगे। इसका लाभ होगा कि चोरी या अन्य किसी भी प्रकार गड़बड़ी में संबंधित व्यक्ति का चेहरा पहचानने में मदद मिलेगी। पहले चरण में 7020 कोच में सीसीटीवी लगाने की योजना है। इसके तहत ईएमयू और प्रीमियम कोच में यह सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। ट्रेन में सीसीटीवी लगाने के लिए रेलवे ने टेंडर जारी कर दिए हैं और जल्द ही कैमरे लगाने की प्रक्रिया शुरू होगी। मंत्रालय के मुताबिक वीडियो को किसी भी घटना व अपराध में प्रमाण के तौर पर भी प्रयोग किया जा सकेगा। रेल सेवाओं को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए रेलवे लगातार नई- नई तकनीक का प्रयोग कर रहा है।
रेलवे स्टेशन से शुरू की गई थी योजना
रेल मंत्रालय ने रेल परिसरों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी लगाने के कार्य की शुरुआत की थी। मंत्रालय के मुताबिक अब तक 500 से अधिक परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा चुके हैं। इसके अतिरिक्त एक सीट पर एक यात्री की व्यवस्था को लागू करने के लिए रेल मंत्रालय आरपीएसफ की मदद ले रहा है और आपदा प्रबंधन के लिए बंगलुरु में एक विशेष केंद्र भी बनाया गया है। मंत्रालय के मुताबिक पहली बार आरपीएफ की एक विशेष फोर्स ‘कोरस’ भी तैयार की गई है।

