सीबीआइ ने व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले में अपनी जांच का दायरा बढ़ाते हुए शुक्रवार को पांच और मामले दर्ज किए। इनमें 2012 में एमबीबीएस छात्रा नम्रता डामोर की रहस्यमय मौत में हत्या का पहलू भी शामिल है। इस तरह जांच एजंसी की दर्ज प्राथमिकियों की कुल संख्या बढ़कर दस हो गई है। साथ ही, इसने पत्रकार अक्षय सिंह की अचानक हुई मौत की शुरुआती जांच भी दर्ज की है।
सीबीआइ निदेशक अनिल सिन्हा ने कहा कि जांच एजंसी ने पांच और मामले दर्ज किए हैं और यह अपनी जांच की स्थिति के बारे में सुप्रीम कोर्ट में एक रिपोर्ट सौंपेगी। उन्होंने पत्रकारों को बताया, ‘हम सुप्रीम कोर्ट के सीबीआइ को दिए गए तरीकों के दायरे में मामले की जांच करेंगे। हमारा काम जांच करना और अपनी रिपोर्ट अदालत को सौंपना है। यह अदालत की संतुष्टि के लिए किया जाएगा’। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि इस घोटाले से जुड़े कम से कम 49 लोगों की रहस्यमय हालात में मौत हो चुकी है।
सीबीआइ ने ‘आज तक’ के पत्रकार अक्षय सिंह की रहस्यमय मौत की छानबीन के लिए एक शुरुआती जांच दर्ज की है। मध्य प्रदेश में व्यापमं से जुड़े घटनाक्रमों की तह में जाने की कोशिश के दौरान उनकी मौत हुई थी। सीबीआइ ने बताया कि मध्य प्रदेश पुलिस ने सिंह के मामले में तफ्तीश की थी जहां नम्रता के पिता का साक्षात्कार करने के बाद वे अचानक बीमार पड़े थे और उनकी मौत हो गई थी। सीबीआइ ने नम्रता की मौत की जांच के लिए आइपीसी की धारा 302 (हत्या) के तहत शुक्रवार को एक मामला दर्ज किया। उसने ग्वालियर मेडिकल कालेज में दाखिले के लिए कथित रूप से अवैध तरीका अपनाया था।
दूसरा मामला साल 2010 के प्री मेडिकल टेस्ट में कथित अनियमितता का है और सिर्फ एक व्यक्ति को आरोपी बनाया गया है। तीसरा मामला 2010 में व्यापमं की संचालित परीक्षा के दौरान अनियमितता का है जिसमें राज्य पुलिस ने चार आरोपियों को नामजद किया था। इस मामले में एसटीएफ ने सात और आरोपियों को नामजद किया था। चौथी प्राथमिकी 2013 की पुलिस भर्ती के सिलसिले में दर्ज की गई है जबकि पांचवां मामला 22 आरोपियों के खिलाफ दर्ज किया गया है जो 2009 की पीएमटी के दौरान उम्मीदवारों की जगह परीक्षा में बैठे थे।
पिछले पांच दिनों से भोपाल में डेरा डाले हुए सीबीआइ की टीम ने कथित घोटाले के सिलसिले में पांच मामले दर्ज किए थे जिनमें मध्य प्रदेश पिछड़ा वर्ग व अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य और उनके बेटे पर एक मामला शामिल है। सुप्रीम कोर्ट ने व्यापमं से जुड़े घोटाले की जांच सीबीआइ को सौंपी है। राजनीतिक पार्टियां खासतौर पर कांग्रेस करोड़ों रुपए के घोटाले के सिलसिले में मंगलवार से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में सरकार को घेरेने के लिए तैयार है जिसमें नौकरियों की भर्तियों में अनियमितता भी शामिल है।