छुट्टी पर भेजे गए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के डायरेक्टर आलोक वर्मा के घर के बाहर से गुरुवार (25 अक्टूबर) सुबह इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) के चार अधिकारियों को संदिग्ध समझकर दबोच लिया गया। शुरुआत में टीवी रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया गया था कि वे चारों उनके घर में घुसने की कोशिश कर रहे थे। तभी उन्हें सुरक्षा अधिकारियों ने धर दबोचा। चारों को उसके बाद घसीट कर पूछताछ के लिए ले जाया गया। बाद में इस बाबत दिल्ली पुलिस को भी खबर दी गई, जबकि बाद में पूछताछ में सच सामने आया कि वे आईबी अधिकारी हैं।
मौके पर पहुंची दिल्ली पुलिस ने उन चारों को अपने कब्जे में ले लिया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चारों की पहचान धीरज कुमार, विनीत कुमार, अजय कुमार और प्रशांत कुमार के रूप में हुई है। पूछताछ के दौरान उन्होंने खुद को इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) का अधिकारी बताया था और उनके पास से आईबी वाले पहचान पत्र भी वर्मा के सुरक्षाकर्मियों को मिले थे, जिसे पुलिस के हवाले कर दिया गया था। सुरक्षाकर्मियों को लगा था कि चारों वहां जासूसी करने के मकसद से आए थे।
चाक-चौबंद सुरक्षा वाले 2, जनपथ इलाके में आलोक वर्मा के सुरक्षाकर्मियों ने चार में दो आईबी अधिकारियों को संदिग्ध समझकर जब दबोचा था, तब कुछ लोगों ने उनका वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था। क्लिप में सुरक्षाकर्मी उन्हें दोनों (नीली और गुलाबी कमीज में) को घसीट हुए ले जा रहे थे। घटना से जुड़ा यह वीडियो कुछ ही देर बाद सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होने लगा था। देखें, क्या हुआ था उस दौरान-
#WATCH: Earlier visuals of two of the four people (who were seen outside the residence of #AlokVerma) being taken for questioning. #CBI #Delhi pic.twitter.com/2KnqNfrnH0
— ANI (@ANI) October 25, 2018
रिपोर्ट्स की मानें तो चारों आईबी अधिकारी एक कार से वर्मा के घर तक पहुंचे थे, जबकि पुलिस सूत्रों का कहना है कि वे मामले की जांच-पड़ताल में जुटे हैं और टीवी चैनल्स पर दिखाई गई वीडियो फुटेज की जांच भी कर रहे हैं। सुबह छह बजे उन्हें पकड़ा गया था।
गृह मंत्रालय की ओर से उन चारों की धरपकड़ को लेकर कहा गया कि वे अपनी रूटीन शिफ्ट पर थे। वे किसी खास मिशन पर नहीं बल्कि वहां की निगरानी के लिए निकले थे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जांच-पड़ताल के बाद उन चारों को छोड़ दिया गया।
