केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने शनिवार को कहा कि आरक्षण नीति की समीक्षा से संबंधित आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान को बिहार विधानसभा चुनाव में राजग की हार के लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता। लोजपा प्रमुख ने कहा कि इन नतीजों के लिए किसी नेता विशेष को भी जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता और यहां सामूहिक जिम्मेदारी है।

पासवान ने इंडिया टुडे टीवी के कार्यक्रम ‘नथिंग बट द ट्रूथ’ में करण थापर से कहा, ‘‘मैं इससे सहमत नहीं हूं… भागवत जी एक स्वतंत्र संगठन से आते हैं। बिहार बहुत राजनीतिक स्थान है और मैंने पहले ही कहा है कि दूसरे राज्यों में विकास का मुद्दा सबसे ऊपर होता है और जाति का मुद्दा कम महत्वपूर्ण होता है। परंतु बिहार में जातिगत मुद्दे एजेंडे में सबसे ऊपर होते हैं और विकास पीछे चला जाता है।’’

उन्होंने कहा कि बिहार ने फिर से इसे (जाति के एजेंडे को सर्वोपरि होने) साबित किया है। पासवान ने कहा, ‘‘आप इसे राजग की हार कहते हैं। यह राजग की हार नहीं बल्कि बिहार की जनता और उसके विकास की हार है।….जहां तक दादरी मुद्दे का सवाल है तो यह उत्तर प्रदेश में हुआ। यह मुलायम सिंह यादव की जिम्मेदारी थी। ये लोग इस मुद्दे को बिहार लेकर आए और मुसलमानों को गुमराह करने का प्रयास किया। उन्होंने दलितों और महादलितों को गुमराह करने के लिए भागवत के बयान का इस्तेमाल किया।’’