राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी इलाके में हुई सांप्रदायिक हिंसा में अबतक 42 लोग मारे जा चुके हैं। इस हिंसा को लेकर सियासी बयानबाजी शुरू हो गई है। इसी कड़ी में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने दिल्ली हिंसा को लेकर बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्हें इसका जिम्मेदार ठहरा दिया है। पवार ने कहा कि केंद्र की सत्ता पर काबिज भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनाव को जीत नहीं पाई, इसलिए वह अब समाज में सांप्रदायिकता को बढ़ावा देकर उसे बांटने का प्रयास कर रही है।
मुंबई में लोगों को संबोधित करते हुए एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि बीते कुछ दिनों से दिल्ली जल रही है। सत्तारूढ़ पार्टी यानी बीजेपी दिल्ली विधानसभा चुनाव नहीं जीत सकी और अब सांप्रदायिकता को बढ़ावा देकर समाज को बांटने में लगी है। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और एनसीपी नेता अजीत पवार ने भी लोगों को संबोधित किया और कहा कि एनसीपी कार्यकर्ताओं को हमारे सहयोगियों के बारे में भ्रम या गलतफहमी नहीं होनी चाहिए क्योंकि आने वाले दिनों में हमें एक साथ चुनाव लड़ना है।
महाराष्ट्र में गठबंधन वाली सरकार की सहयोगी एनसीपी ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बृहन्मुंबई म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (बीएमसी) चुनाव में भी वे शिवसेना के साथ मिलकर उसका नंबर वन का दर्जा बरकरार रखेंगे। अजित पवार ने कहा है कि नंबर दो पर एनसीपी को लाने के लिए जोरदार ढंग से कोशिश की जाएगी।
बता दें उत्तर-पूर्वी दिल्ली में संशोधित नागरिकता अधिनियम को लेकर भड़की सांप्रदायिक हिंसा में 42 लोगों की मौत हुई है और 200 से अधिक लोग घायल हुए हैं। लेकिन लापता लोगों की संख्या अभी तक स्पष्ट नहीं है। उग्र भीड़ ने मकानों, दुकानों, वाहनों, एक पेट्रोल पंप को फूंक दिया और स्थानीय लोगों तथा पुलिसकर्मियों पर पथराव किया। दंगों में जाफराबाद, मौजपुर, बाबरपुर, चांदबाग, शिव विहार, भजनपुरा और यमुना विहार के इलाके गंभीर रूप से प्रभावित हुए हैं।