पीएम मोदी की कैबिनेट में बदलाव इस वक्त चर्चा में बना हुआ है। इस बदलाव में खास बात यह रही कि अंत तक किसी को नहीं पाता था कि किस-किस को चुना गया है। जिन लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल होने की शपथ दिलवाई जानी थी उन्हें भी कार्यक्रम से 48 घंटे पहले ही बताया गया था। ऐसे में सबसे ज्यादा मुश्किल स्थिति में फंसे थे सबसे बड़ा प्रमोशन पाने वाले प्रकाश जावड़ेकर। उन्हें अब मानव विकास मंत्रालय सौंपा गया है।
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दरअसल, जावड़ेकर को नहीं पता था कि उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया जाने वाला है। ऐसे में वह किसी काम से बर्लिन गए हुए थे। वहां पर उन्हें मैसेज मिला की जल्द से जल्द पहली फ्लाइट पकड़कर उन्हें दिल्ली आना होगा। ऐसे में वह फटाफट फ्लाइट पकड़कर दिल्ली के लिए निकल पड़े। जावड़ेकर शपथ ग्रहण से कुछ घंटे पहले सुबह 4.30 बजे ही दिल्ली लैंड हुए थे।
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इस फेरबदल की जानकारी पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी के अलावा किसी को नहीं थी। मिली जानकारी के मुताबिक, कुछ सीनियर नेताओं भी कभी-कभी सलाह ली गई थी। बीजेपी के ही लोगों का मानना है कि मोदी ने उन लोगों को कैबिनेट में शामिल किया है जो प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की बातों पर गौर करते हैं और बिना किसी विवाद के काम करते रहते हैं। जावड़ेकर उन्हीं में से एक उदाहरण हैं।