असम में नागरिकता (संशोधन) विधेयक के खिलाफ ंिहसक प्रदर्शनों के बीच बृहस्पतिवार को आरटीआई कार्यकर्ता और किसान नेता अखिल गोगोई को जोरहाट से ऐहतियातन गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी। जोरहाट प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि जिले के साथ-साथ राज्य के अन्य क्षेत्रों में किसी भी “अप्रिय घटना” से बचने के लिये गोगोई को गिरफ्तार किया गया है। इससे पहले दोपहर के समय कृषक मुक्ति संग्राम समिति के सलाहकार गोगोई जोरहाट के उपायुक्त कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए थे।
नागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर पुलिस ने लालुंगगांव में गोलियां चलाई। इसमें कुछ लोग कथित तौर पर घायल हो गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने दावा किया कि प्रदर्शकारियों ने पुलिसर्किमयों पर पत्थरबाजी की और ईंटे फेंकी और पुलिस ने जब उन्हें शांत कराने की कोशिश की तो ये लोग वहां से नहीं हटे। अधिकारी ने गोलीबारी में घायल लोगों की संख्या नहीं बताई लेकिन प्रदर्शनकारियों का दावा है कि कम से कम चार लोग घायल हुए हैं। गुवाहाटी में प्रदर्शनकारी कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए इस विधेयक के विरोध में गुरुवार (12 दिसंबर) को सड़कों पर उतरे। गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, जोरहाट और तिनसुकिया में सेना के जवानों ने फ्लैगमार्च किया है। सेना ने एक बयान में कहा कि सेना के पांच कॉलम के लिए अनुरोध किया गया था और यह असम में तैनात हैं।
Mukesh Agrawal, Additional Director General of Police (ADGP) (law and order), Assam has been transferred and posted as ADGP (CID), Assam. pic.twitter.com/IUNqiJdarN
— ANI (@ANI) December 12, 2019
कांग्रेस ने नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद लोकसभा में गुरूवार को पूर्वोत्तर क्षेत्र में हिंसा भड़कने का दावा किया, जिस पर सरकार ने कहा कि उत्तर पूर्वी राज्यों में मुख्य विपक्षी दल हिंसा भड़का रहा है। कांग्रेस, द्रमुक और तृणमूल कांग्रेस ने इस मुद्दे पर सदन से वाकआउट किया। सदन में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि नागरिकता संशोधन विधेयक संसद से पारित होने के बाद पूरे पूर्वोत्तर क्षेत्र में हिंसा फैल रही है। वहां सेना तैनात की गयी है।