करीब हफ्ते भर तक पुलिस को चकमा देने वाला बुलंदशहर गैंग-रेप मामले का मुख्य आरोपी मंगलवार शाम पकड़ा गया। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने कुख्यात बावरिया गैंग के सरगना, सलीम को मेरठ से धर दबोचा। वह नोएडा की एक महिला और उसकी किशोर वय की बेटी के बर्बर गैंग-रेप के बाद से ही फरार चल रहा था। सलीम की गिरफ्तारी की पुष्टि उत्तर प्रदेश के डीजीपी जावेद अहमद ने की। उन्होंने ANI से कहा, ”बुलंदशहर गैंग-रेप मामले में सलीम बावरिया समेत बचे हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। इन तीनों की गिरफ्तारी के बाद बुलंदशहर गैंग-रेप केस में शामिल सभी छह आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं। यूपी पुलिस ने सलीम की गिरफ्तारी के संबंध में और कोई जानकारी देने से इनकार कर दिया, मगर सूत्र बताते हैं कि सलीम की वास्तविक लोकेशन उसके मोबाइल फोन से मिली।
इससे पहले उत्तर प्रदेश पुलिस ने सलीम की हालिया लोकेशन जानने के लिए बावरिया गैंग के सदस्यों के 11 करीबियों को उठाया था। इन सभी पर पुलिस की इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस टीम की नजर थी। इन सदस्यों द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर पुलिस ने सलीम की कॉल डिटेल्स और उसके सिम की लोकेशन ढूंढने की कोशिश शुरू कर दी। दूसरी तरफ, सलीम अपने गैंग के सदस्यों से बात करने के लिए अलग-अलग सिम कार्ड का प्रयोग कर रहा था, उसने अपना मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिया। वह सिर्फ जरूरी कॉल्स करने के लिए ही फोन ऑन करता था। उसने अपनी आखिरी कॉल अपने एक बेहद खास गुर्गे को की थी, जिसे पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया है। इस गुर्गे से पुलिस को सलीम की लोकेशन मिली और मेरठ से उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
गिरफ्तारी के बाद सलीम बावरिया को हापुड़ ले जाकर उससे पूछताछ की गई। बताया जाता है पुलिस द्वारा थर्ड डिग्री के इस्तेमाल के बाद सलीम टूट गया और बुलंदशहर गैंगरेप की पूरी कहानी बताई। सलीम से पूछताछ के लिए खुद आईजी जोन सुजीत कुमार पांडेय और बुलंदशहर के एसएसपी अनीस अहमद अंसारी मौजूद थे। बाद में पीड़ित मां और बेटी ने भी सलीम को पहचान लिया। जावेद अहमद सलीम बावरिया की गिरफ्तारी पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर और जानकारी दे सकते हैं।
31 जुलाई को, बुलंदशहर के करीब एनएच-9 पर 35 वर्षीय महिला और उसकी 13 साल की बेटी के साथ बर्बरतापूर्वक गैंगरेप किया गया था। जिस जगह यह वारदात हुई, वह पुलिस पोस्ट से सिर्फ 100 मीटर की दूरी पर है।