वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को लोकसभा में अपना सातवां केंद्रीय बजट प्रस्तुत किया। और जब उन्होंने लाल रंग के बही-खाते जैसे कवर में रखे टैबलेट से अपना बजट भाषण पढ़ा तो आधुनिकता के साथ परंपरा का मिश्रण देखने को मिला। बैंगनी-सुनहरे रंग की किनारी वाली क्रीम रंग की मैसूर सिल्क साड़ी पहने निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में रोजगार सृजन पर अधिक जोर दिया। इस दौरान सत्ता पक्ष की ओर से बार-बार मेज थपथपाई गई तो विपक्ष की ओर से बीच-बीच में नारेबाजी भी हुई। वित्त मंत्री के 83 मिनट के भाषण के दौरान सत्ता पक्ष के सदस्यों ने कम से कम 71 बार मेजें थपथपाकर घोषणाओं का स्वागत किया।

सीतारमण ने जब बिहार और आंध्र प्रदेश के लिए बड़ी घोषणाओं की जानकारी सदन में दी तो विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा किया। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड (JDU) और आंध्र प्रदेश में तेलुगू देशम पार्टी (TDP) भाजपा के प्रमुख सहयोगी दल हैं। इस दौरान विपक्षी सदस्यों ने ‘सरकार को बचाने वाला बजट’ और ‘सरकार बचाओ, कुर्सी बचाओ बजट’ के नारे लगाए।

तमिलनाडु और केरल के विपक्षी सदस्यों ने भारी बारिश से प्रभावित दोनों दक्षिणी राज्यों के लिए राहत और पुनर्वास की मांग उठाई। जब सीतारमण ने बारिश से प्रभावित हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के लिए कुछ घोषणाएं कीं तो डीएमके और कांग्रेस के सदस्यों ने आपत्ति जताई। दिलचस्प बात यह है कि केंद्रीय बजट में महाराष्ट्र और हरियाणा के लिए कोई विशेष घोषणा नहीं की गई, जहां सितंबर-अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।

बजट भाषण के दौरान जब तृणमूल कांग्रेस सदस्य सौगत राय और डीएमके सदस्य दयानिधि मारन बीच-बीच में टीका-टिप्पणी कर रहे थे तो लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने नाराजगी जताते हुए दोनों सांसदों को आगाह किया। जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सदन में पहुंचे तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसदों ने ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए। इस पर विपक्षी सदस्य ‘जय संविधान’ के नारे लगाते सुने गए।

बजट भाषण पूरा होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त मंत्री सीतारमण के पास आकर उन्हें बधाई दी। आंध्र प्रदेश से आने वाले केंद्रीय मंत्री के. राम मोहन नायडू और बिहार से ताल्लुक रखने वाले केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने अपने-अपने राज्यों के लिए बजट में की गई घोषणाओं पर सीतारमण के पास जाकर आभार जताया। नायडू और पासवान को आपस में गले मिलते हुए भी देखा गया। वह एक तरह से आंध्र प्रदेश और बिहार के लिए बजट में की गई घोषणाओं पर खुशी मना रहे थे।