पश्चिम बंगाल में एक महिला के साथ दुर्व्यवहार करने के मामले में बीएसएफ जवान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है। छेड़छाड़ के आरोपों के बाद उसे निलंबित कर दिया गया है। टीएमसी ने आरोप लगाया कि जवान ने पांचवें चरण के मतदान से एक दिन पहले उलूबेरिया लोकसभा क्षेत्र में एक महिला से छेड़छाड़ की घटना को अंजाम दिया था। इसके बाद पार्टी ने पुलिस पर्यवेक्षक को पत्र लिखकर उचित कार्रवाई की मांग की थी। जवान के खिलाफ उलूबेरिया थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई थी।

क्या है मामला?

उलूबेरिया में मतदान से एक दिन पहले एक महिला ने बीएसएफ जवान पर आरोप लगाया कि सुबह 6 बजे मॉर्निंग वॉक के दौरान सुनसान सड़क में दो जवानों ने उसे देखकर अश्लील इशारे किए। महिला ने जब इसरा विरोध किया तो आरोपी जवान ने जबरन उसे चूमते हुए गले लगा लिया। महिला ने जब शोर मचाया तो ग्रामीणों ने जवान को पकड़ लिया। हालांकि दूसरा जवान भागने में सफल रहा। इस मामले में आरोपी जवान के खिलाफ आईपीसी के धारा 341, 354 और 506 में मुकदमा दर्ज कराया गया।

बंगाल को बदनाम करने की साजिश

इस घटना के बाद पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल विकास मंत्री देबाश्री चौधरी ने कहा कि ‘केंद्रीय फोर्स के जवान महिलाओं के साथ छेड़छाड़ जैसी घटना को अंजाम दे रहे हैं। यह बिल्कुल अशोभनीय है। हम जवान के ऊपर कठोर करवाई की मांग करते हैं। ये बंगाल और महिलाओं को बदनाम करने की साज़िश है। अगर उन्हें ये लगता है कि वर्दी के आड़ में बच जायेगे तो ऐसा नहीं होगा।’

इस मामले में बीएसएफ के डीआईजी एके आर्य द्वारा जारी बयान में कहा गया कि ‘मामला संज्ञान में आने के बाद जवान को निलंबित कर दिया गया है। मामले की जांच के लिए एक कमेटी का गठन किया गया है। दोषी पाये जाने पर जवान के ऊपर कठोर कार्रवाई की जाएगी। हम भारत में सम्मानित पेशेवर बल हैं। हम अपने कर्मियों द्वारा अनुशासनहीनता की किसी कर्तव्य को माफ नहीं कर सकते।’