बेंगलुरु में कचरा प्रबंधन के लिए बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) ने एक बड़ा निर्णय लिया है। अब नए नियम के अनुसार बेंगलुरु में रहने वाले लोगों को 1 अप्रैल से ठोस कचरा प्रबंधन के लिए पहले से ज्यादा शुल्क देना होगा। बेंगलुरु में ठोस कचरा प्रबंधन कंपनी अब से हर महीने कचरे पर एक तरह का कर लगाने की तैयारी है। इस वर्ग में दुकान, होटल और आवासीय भवन शामिल हैं। सभी से अलग-अलग तरीके से कर वसूला जाएगा। होटलों का चार्ज पहले जहां 5 रुपये लिया जाता था उसको बढ़ाकर अब 12 रुपये कर दिया गया है।

नए नियम के अनुसार BBMP ने सभी संपत्ति मालिकों के लिए कचरा प्रबंधन में योगदान देना अनिवार्य कर दिया है, जिसके तहत संपत्ति कर के साथ-साथ कचरा शुल्क भी वसूला जाएगा। SWM शुल्क आवासीय संपत्तियों के निर्माण क्षेत्र के आधार पर निर्धारित किया गया है- 600 वर्ग फीट तक 10 रुपये प्रति माह, 600-1,000 वर्ग फीट से 50 रुपये प्रति माह, 2,000-3,000 वर्ग फीट से 150 रुपये प्रति माह, 3,000-4,000 वर्ग फीट से 200 रुपये प्रति माह, 4,000 वर्ग फीट से ऊपर 400 रुपये प्रति माह लिया जाएगा।

साल में एक बार करना होगा भुगतान

BBMP साल में एक बार ही सालाना कचरा टैक्स का भुगतान लेगा। इस नए नियम के अनुसार बीबीएमबी को साल भर में 600 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है। इससे खजाना को भरने में काफी सहयोग मिल सकता है।

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बीबीएमपी के इस फैसलों को लेकर प्रदेश में विरोध प्रदर्शन में शुरू हो गया है। कर्नाटक के नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक आर अशोक ने सरकार के इस कचरा टैक्स की आलोचना की है। इसको लेकर अशोक ने डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सीएम की कुर्सी पाने के लिए वसूला जा रहा है।

कुछ दिनों पहले ही हुआ था सरकार का बड़ा फैसला

बीते 27 मार्च को कर्नाटक सरकार ने कई और बड़े फैसले किए थे जिसमें दूध, बिजली के दामों में वृद्धि की थी। जिसमें दूध और दही की कीमत में 4 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की घोषणा की थी, जो 1 अप्रैल यानी मंगलवार से प्रभावी होगा। ये फैसला सीएम की अध्यक्षता में कैबिनेट की बैठक के दौरान लिया गया था।