माकपा ने फरीदाबाद में दो दलित बच्चों की हत्या के लिए हरियाणा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाया कि भाजपा के ‘सांप्रदायिक एवं जातिवादी’ एजेंडे के कारण राज्य में सवर्णों का हौसला बढ़ गया है, जिसके कारण इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। पार्टी ने ‘बर्बर हत्या’ के दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
माकपा पोलित ब्यूरो की सदस्य वृंदा करात ने कहा, ‘‘उनका (बच्चों के माता पिता का) एक ही सवाल है कि उनके बच्चों का क्या कसूर था? यह एक बर्बर हत्या है।’’
घटना दो दिन पहले फरीदाबाद जिले के सुनपेड गांव में हुई जहां कथित रूप से अगड़ी जाति के कुछ लोगों ने एक दलित परिवार के घर में आग लगा दी। इस दौरान दो बच्चे जिंदा जल गए और उनके माता पिता जख्मी हो गए।
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गांव गए पार्टी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने वाली माकपा नेता ने कहा, ‘‘इसमें (घटना से निपटने में) प्रशासन बुरी तरह नाकाम रहा। पुलिस क्या कर रही थी? आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार करना चाहिए।’’
माकपा प्रतिनिधिमंडल में इंदरजीत सिंह और हरियाणा माकपा के वरिष्ठ नेता नाथू प्रसाद जैसे पार्टी नेता शामिल थे। वृंदा ने कहा कि अगर सरकार ने पीड़ित परिवार की शिकायतों पर ध्यान दिया होता तो बच्चे बच सकते थे। एक दूसरे बयान में माकपा ने दावा किया कि भाजपा के कथित आक्रामक सांप्रदायिक एवं जातिवादी एजेंडे से राज्य में सवर्णों का हौसला बढ़ गया है और इस वजह से इस तरह की घटनाएं हो रही हैं।
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पार्टी ने कहा कि इसलिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर को सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों के जीने के एवं स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों की ‘निष्ठापूर्वक’ रक्षा हो।
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