शादी का रिश्ता कितना पवित्र होता है इसकी एक मिसाल कायम करने वाली एक खबर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से आई है। दुल्हन आरती और दूल्हे अवधेश की शादी ने ये साबित किया है कि शादी के रिश्ते में शर्तें नहीं होती। दरअसल अवधेश और आरती की शादी से ठीक पहले आरती का एक्सीडेंट हो गया। इस दुर्घटना में दुल्हन आरती की रीढ़ की हड्डी टूट गई। शुरू में तो लड़की वालों को लगा कि अब क्या होगा। लेकिन दूल्हे ने कोई शर्त न रखते हुए स्ट्रेचर पर लेटी आरती से शादी की।

आमतौर पर इस तरह की मिसालें फिल्मों में देखने को मिलती है। अभिनेता शाहिद कपूर और अभिनेत्री अमृता राव की फिल्म विवाह में कुछ ऐसा ही हुआ था। लेकिन वो सिनेमाई कहानी थी ये असल जिंदगी की कहानी है। शुरुआत में तो सवाल खड़ा हो गया कि दुल्हन जब अपने पैरों पर खड़ी नहीं हो सकती तो ये विवाह कैसे होगा। लेकिन दूल्हे की इच्छाशक्ति से दुल्हन को स्ट्रेचर की मदद से फेरे कराए गए और अवधेश ने आरती की मांग में सिंदूर भरा।

क्या है पूरा मामला ?

यूपी के प्रतापगढ़ जिले के कुंडा के मुजहेडी गांव निवासी दुखीराम मौर्या की बड़ी बेटी आरती की शादी श्रीपुर अरूहरिपुर गांव निवासी अवधेश मौर्य से होनी थी। घर में शादी का माहौल था कि दोपहर में आरती घर में एक बच्चे को बचाने में छत से गिर गई। जिसके बाद उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई और पांव में भी चोट आई।

दुर्घटना के बाद आरती को अस्पताल ले जाया गया जहां एक्स रे के बाद मालूम चला कि उसके पांव में फ्रैक्चर हो गया है और रीढ़ की हड्डी में भी चोट आई है। घटना के बारे में पता चलते ही दूल्हा अवधेश और बाकी बाराती दुल्हन के घर पहुंचे। खास बात ये कि दुल्हन के पक्ष के लोगों ने अवधेश को कहा कि वह आरती की बहन से शादी कर लें लेकिन अवधेश ने कहा कि वह उससे ब्याह रचाएंगे जिससे कि तय हुआ है।

अस्पताल में डॉक्टरों को जब आरती की शादी की बात बताई गई तो डॉक्टरों ने उसे स्ट्रेचर पर घर ले जाने की अनुमति दे दी। जिसके बाद अवधेश और आरती की शादी हुई। स्ट्रेचर पर लेटे-लेटे आरती ने फेरे लिए। फिलहाल अस्पताल में आरती का इलाज चल रहा है। परिजनों का कहना है कि एक बार आरती ठीक हो जाए तो धूमधाम से बाकी चीजें करेंगे।