18 साल के अधिक उम्र के लोगों को कोरोना के बूस्टर डोज रविवार, 10 अप्रैल से लगाए जाएंगे। बूस्टर डोज सभी प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स पर उपलब्ध होंगी। हालांकि, यह डोज फ्री नहीं होगी। इसके लिए लाभार्थी को भुगतान करना होगा। केंद्र ने सभी राज्यों से कहा है कि प्रिकॉशन डोज उसी वैक्सीन की दी जाएगी, जो पहले दो डोज में दी गई थी। इसके लिए प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स अधिकतम 150 रुपये का सर्विस चार्ज ले सकते हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया था कि प्रिकॉशन डोज 10 अप्रैल से प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स पर 18 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्ति के लिए उपलब्ध होगी।दूसरी खुराक लिए नौ महीने की अवधि पूरी करने वाले 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोग ये डोज ले सकते हैं। इस बारे में और अधिक जानकारी देते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने बताया कि प्रिकॉशन डोज के लिए अलग से किसी नए रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं होगी क्योंकि पहले ही सभी लाभार्थी ‘कोविन’ पर रजिस्टर्ड हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स वैक्सीन की लागत से अधिक वैक्सीनेशन के लिए सर्विस चार्ज के तौर पर प्रति डोज अधिकतम 150 रुपये ले सकते हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य कर्मी, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के व्यक्ति सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर फ्री वैक्सीनेशन समेत अन्य वैक्सीनेशन सेंटर पर प्रिकॉशन डोज ले सकते हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने शनिवार को सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठक की, जिसमें इस बार पर जोर दिया गया कि सभी वैक्सीनेशन कोविन प्लेटफॉर्म पर अनिवार्य रूप से दर्ज किए जाएं। ऑनलाइन अपॉइंटमेंट के साथ-साथ वॉक-इन रजिस्ट्रेशन का विकल्प और वैक्सीनेशन प्राइवेट वैक्सीनेशन सेंटर्स पर उपलब्ध होगा। इस बैठक में राज्यों को 12 वर्ष से अधिक आयु की आबादी को पहली और दूसरी खुराक देने के लिए चल रहे फ्री कोविड वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने की भी सलाह दी गई। इस बैठक में राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिवों, एनएचएम मिशन निदेशकों के अलावा अतिरिक्त सचिव (स्वास्थ्य) डॉ. मनोहर अगनानी भी मौजूद थे।