Bomb Threat News: न्यूयॉर्क से दिल्ली आने वाली अमेरिकन एयरलाइंस की उड़ान में कथित तौर पर बम की धमकी मिलने के छह महीने बाद, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिल्ली पुलिस से घटना की जांच अपने हाथ में ले ली है और एक बड़े षड्यंत्र के पहलू की जांच कर रही है। NIA की ने यह कदम केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर उठाया है।
NIA की एफआईआर में कहा गया है कि 23 फरवरी को आईजीआई हवाईअड्डा पुलिस स्टेशन को अमेरिकी उड़ान संख्या एए-292 में बम होने की सूचना मिली थी। इस धमकी भरे संदेश के आधार पर विमान को रोम हवाईअड्डे की ओर मोड़ दिया गया, जिससे विमान, चालक दल के सदस्यों और यात्रियों के लिए परिचालन संबंधी महत्वपूर्ण व्यवधान उत्पन्न हो गया और इससे उड़ान के दौरान विमान की सुरक्षा खतरे में पड़ गई।
NIA की FIR में क्या-क्या?
इस FIR में आगे कहा गया है कि केंद्र सरकार की राय है कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी अधिनियम, 2008 के तहत एक अनुसूचित अपराध किया गया है। एफआईआर में कहा गया है कि अपराध की गंभीरता और इसके राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रभावों को देखते हुए, इसकी एनआईए द्वारा जांच आवश्यक है।
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23 फरवरी को धमकी भरा संदेश मिलने के बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर एक बीटीसी टीम बनाई गई थी। इसके तहत प्लान यह है कि एयरपोर्ट पर विमान की उचित जांच तय की गई थी। इसको लेकर विमान को आवश्यक जांच के लिए रोम भेजा गया है। अमेरिकन एयरलाइंस ने एक बयान में कहा था कि उड़ान AA292 को “संभावित सुरक्षा चिंता” के कारण रोम की ओर मोड़ दिया गया था।
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फ्लाइट की जांच के बाद दिया गया क्लियरेंस
एयरलाइन ने कहा था कि कि लियोनार्डो दा विंची अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के बाद उड़ान का कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा निरीक्षण किया गया और उसे पुनः उड़ान भरने की अनुमति दी गई। एयरलाइन ने आगे कहा कि संभावित समस्या को अविश्वसनीय पाया गया लेकिन दिल्ली हवाई अड्डे के प्रोटोकॉल के अनुसार शहर में उतरने से पहले निरीक्षण आवश्यक था।
इसके बाद ही दिल्ली पुलिस ने अमेरिकन एयरलाइंस की शिकायत के आधार पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 217 और 351(4) तथा नागरिक उड्डयन सुरक्षा के विरुद्ध गैरकानूनी कृत्यों के दमन अधिनियम की धारा 3 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की।
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