बीते गुरुवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गीतकार जावेद अख्तर और उनकी पत्नी शबाना आजमी से मुलाकात की। जावेद अख्तर और ममता बनर्जी के बीच हुई इस मुलाकात पर बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत भड़क गई और उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म फेसबुक पर लिखा कि भांड, देशद्रोहियों को नंगा करूंगी। कंगना रनौत के इस पोस्ट पर लोगों ने जमकर अपनी प्रतिक्रिया दी।

दरअसल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और गीतकार जावेद अख्तर के बीच हुई मुलाकात की फोटो कंगना रनौत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की और अपनी प्रतिक्रिया दी। कंगना रनौत ने लिखा कि कल शबाना आज़मी और जावेद अख़्तर ने बंगाल के मुख्यमंत्री जिसे सब ताड़का के नाम से जानते हैं, उनके साथ में एक मीटिंग की। सब भांड मिलकर ताड़का को देवी बना देंगे, दिन को रात और रात को दिन दिखाने का यह कार्यक्रम शुरू हो चुका है, लेकिन यह मत भूलना मैं भी सब देशद्रोहियों को नंगा करूंगी। भांडों ज़रा संभल के।

कंगना के इस फेसबुक पोस्ट पर लोगों ने भी जमकर प्रतिक्रिया दी। रमण भरतिया नाम के एक फेसबुक यूजर ने लिखा कि इसलिए बोले थे तुमको मंथरा का किरदार करना चाहिए रामायण में काम धंधा है नहीं तो बैठे बैठे आग लगाते रहो अच्छे भले देश में। वहीं फेसबुक यूजर प्रज्ञा मिश्रा त्रिपाठी ने लिखा कि अगर राजनीति में आना है तो खुल के चुनाव लड़ो। देश के लिये कुछ योगदान करो गरीबों का कल्याण करो, ये सोशल मीडिया पर क्या चीखती रहती हो आप। एक अभिनेत्री के रूप में मैं आपका बड़ा सम्मान करती हूं लेकिन ये सब करके आप अपनी गरिमा को कम रही हो। 

इसके अलावा धर्मेन्द्र कुमार नाम के एक यूजर ने लिखा कि अरे कंगना देवी आप इतनी परेशान ना हो कोई कुछ भी कर ले हमारे प्रधानमंत्री आप को सांसद ज़रूर बनाएंगे। इसके लिए आपको उनलोगों को गाली देने की कोई जरूरत नहीं। वहीं फेसबुक यूजर प्रमोद कुमार ने भी कंगना के बयानों की निंदा करते हुए लिखा कि एक महिला होकर किसी दूसरी महिला जो कि भारत के बंगाल राज्य की मुख्यमंत्री है, उनके लिए इस तरह के अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल करना यह आपकी निम्न स्तरीय मानसिकता को दर्शाता है। 

हालांकि कई लोग कंगना के समर्थन में भी कूदे। संतोष कुमार नाम के एक यूजर ने कंगना के बयानों का समर्थन करते हुए लिखा कि कोई फायदा नहीं होने वाला। जावेद और शबाना बहुत पहले एक्सपोज हो चुके हैं और ममता का चंद्रबाबू नायडू सा हश्र होने वाला है। बंगाल की तरह डर पैदा करके हर प्रदेश में वोट लेना संभव नहीं। वहीं फेसबुक यूजर विक्रम ने लिखा कभी कभी आपकी काफी चिंता होती है। एक कहावत है पानी में रहकर मछली से बैर नहीं करते और ये तो मगरमच्छ हैं। आप जितना स्पष्ट और सटीक बोलते हो उससे आपकी चिंता होती है।