भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लोकतांत्रिक प्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने मल्टी पार्टी सिस्टम पर निशाना साधते हुए कहा है कि देश में इतने दलों की आवश्यकता नहीं है। इसके साथ ही उन्होंने बीजेपी को देश की जड़ों से जुड़ी पार्टी करार दिया।

भारत में बहुदलीय संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था की विफलताओं का सीधे उल्लेख किए बिना उन्होंने कहा कि जब लोकतंत्र एक प्राणाली के तहत मनचाहे परिणाम नहीं देता तो यह समाज के लिए चिंता का विषय बन जाता है। यहां तक की रूस जैसे देश में लोकतंत्र को लेकर बदलाव के संकेत मिल रहे हैं वहां लोग हुए चुनाव के दौरान वह अतीत से अलग प्रणाली की तरफ बढ़ रहे हैं।

नड्डा ने विचारकों और इंडस्ट्री के  सदस्यों के साथ बातचीत में कहा ‘कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के निमंत्रण पर बीजेपी के 11 सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल सितंबर में चीन का दौरा करने गया था। इसके बाद बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने भी मौजूदा लोकतांत्रिक व्यवस्था और बहुदलीय संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सवाल खड़े किए थे। देश में 5,000 दल हैं जिनमें से 50 दल चुनाव आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त हैं। सच तो यह है कि हमारे लोकतंत्र के लिए सिर्फ पांच दल ही बहुत हैं। 130 करोड़ की आबादी वाले देश में पांच दल ही लोगों का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। वहीं बीजेपी सुशासन और पारदर्शिता के साथ अंतर को पाटने की कोशिश कर रही है।’

मालूम हो कि हाल ही में अमित शाह ने कहा था कि ’70 साल की आजादी के बाद एक सवाल सभी के मन में आता है कि क्या बहुदलीय संसदीय लोकतांत्रिक व्यवस्था विफल साबित हुई या फिर सिस्टम अपने तय किए लक्ष्यों को हासिल करने में असफल रहा। क्या ऐसे भारत का निर्माण हुआ जैसा हमारे संविधान निर्माताओं ने चाहा।’