महाराष्ट्र में भाजपा सरकार के मंत्रियों के खिलाफ आरोपों से उत्पन्न विवाद के बीच उसकी सहयोगी शिवसेना ने कहा है कि इस बात की पड़ताल करने की जरूरत है कि नयी सरकार के सत्ता में आने के एक वर्ष के भीतर ही ऐसे मुद्दे क्यों उभर रहे हैं।
शिवसेना ने आगे कहा कि मंत्रियों के खिलाफ आरोपों से स्पष्ट होता है कि उनकी आकांक्षाओं के समक्ष बाधा खड़ी करने के लिए राजनीति की जा रही है। शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया है, ‘‘भाजपा केंद्र और राज्य में संकट में है। केंद्रिय स्तर पर उत्पन्न समस्याओं को एक तरफ रख देना चाहिए क्योंकि इनसे निपटने के लिए नरेन्द्र मोदी और अमित शाह जैसे दो नेता हैं।’’
संपादकीय में कहा गया है, ‘‘लेकिन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस को महाराष्ट्र में पार्टी के समक्ष उत्पन्न गंभीर मुद्दों से निपटने में काफी मशक्कत करनी पड़ेगी।’’
शिवसेना ने कहा, ‘‘प्रतिदिन, किसी न किसी पर गलत कार्य करने के आरोप लगते हैं और फडणवीस को उनका बचाव करना पड़ता है। इस बात की पड़ताल करने की जरूरत है कि राज्य में पार्टी के सत्ता में आने के एक वर्ष के भीतर ही ऐसी बातें सामने आ रही हैं।’’