भाजपा ने ऊना शहर में कुछ दलित युवकों की सरेआम पिटाई पर मचे बवाल के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के गुजरात दौरे को ‘राजनीतिक तीर्थयात्रा’ और ‘तस्वीर खिंचवाने का मौका’ करार दिया और विपक्ष पर आरोप लगाया कि वह सामाजिक तनाव का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश कर रहा है। दूसरी ओर, कांग्रेस ने आरोप लगाया कि देश में दलितों पर अत्याचार अपने चरम पर है और यह भाजपा की सरकारों का एक प्रतीक बन चुका है। अपने ‘दलित विरोधी’ रवैए को लेकर लगातार विपक्ष के निशाने पर रहने वाली भाजपा के वरिष्ठ नेता एम वेंकैया नायडू ने पार्टी की दलित-हितैषी और कमजोर वर्ग हितैषी की छवि पेश करने की कोशिश करते हुए कहा कि संसद में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के सबसे ज्यादा सांसद भाजपा से हैं।

नायडू ने एक संवाददाता सम्मेलन में दावा किया कि विपक्ष डरा हुआ है क्योंकि समाज का कमजोर वर्ग भाजपा की तरफ आ रहा है और मोदी सरकार ‘बेहद लोकप्रिय’ है। इसलिए उन्होंने सरकार के खिलाफ एक दुष्प्रचार अभियान छेड़ दिया है।’ केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों के लिए यह सब कर रहे हैं। नायडू ने कहा, ‘वे, जिसमें हमारी मुख्य प्रतिद्वंद्वी (कांग्रेस) भी शामिल है, एक समुदाय को दूसरे के खिलाफ उकसा रहे हैं।’ राहुल के गुजरात दौरे को लेकर उन पर निशाना साधते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि कांग्रेस उपाध्यक्ष को एक दलित लड़की के बलात्कार और हत्या के बाद केरल और यूपीए सरकार के दौरान कई दलित छात्रों की खुदकुशी के बाद हैदराबाद यूनिवर्सिटी जाने का वक्त नहीं मिला था। उन्होंने बुधवार (20 जुलाई) को अरविंद केजरीवाल की संभावित ऊना यात्रा को लेकर उन पर भी हमला बोला।

नायडू ने कहा, ‘अब वे राजनीतिक तीर्थयात्रा कर रहे हैं। यह और कुछ नहीं बल्कि सामाजिक तनाव से राजनीतिक लाभ लेने की कोशिश है।’ दलितों पर हमले के मुद्दे पर बुधवार (20 जुलाई) को लोकसभा में हो रही चर्चा के दौरान कथित तौर पर राहुल के झपकी लेने पर चुटकी लेते हुए नायडू ने कहा, ‘अब वह फोटो खिंचवा रहे हैं। हम जानते हैं कि संसद में वह क्या कर रहे थे।’ एक अन्य संवाददाता सम्मेलन में पार्टी प्रवक्ता विजय सोनकर शास्त्री ने राहुल की इस टिप्पणी को लेकर उन पर निशाना साधा कि गुजरात में दलितों का विरोध प्रदर्शन दो विचारधाराओं की लड़ाई है, जिसमें एक तरफ गांधी-नेहरू-अंबेडकर हैं और दूसरी तरफ भाजपा है। शास्त्री ने कहा कि राहुल को इतिहास के अपने ‘ज्ञान के अभाव’ से देश को गुमराह नहीं करना चाहिए।

इस बीच, भाजपा पर हमला बोलते हुए कांग्रेस ने कहा कि देश में दलितों पर अत्याचार बढ़ रहा है और यह उसी पैटर्न का हिस्सा है जो न केवल भाजपा एवं आरएसएस के नेताओं की टिप्पणियों, बल्कि एनडीए सरकार की नीतियों में भी झलकता है। कांग्रेस प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा, ‘देश में दलितों पर अत्याचार अपने चरम पर है। यह भाजपा सरकार का एक प्रतीक बन चुका है।’ सुष्मिता ने कहा, ‘यह भाजपा और आरएसएस का एक पैटर्न है। यह एक वर्चस्ववादी पैटर्न है। यह पैटर्न न केवल उनकी टिप्पणियों में दिखता है, बल्कि सत्ता में आने के बाद से उनकी नीतियों और कार्रवाइयों में भी दिखता है।’ कांग्रेस नेता ने कहा कि यह अनुसूचित जातियों से जुड़ी योजनाओं में बजटीय कटौती और कुछ भाजपा शासित राज्यों में चुनाव लड़ने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यताएं तय करने में में भी दिखता है, क्योंकि इनसे अनुसूचित जातियों के लोगों को काफी नुकसान हुआ है।