पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो के अचानक राजनीति छोड़ देने के फैसले पर सियासी सुगबुगाहटों का दौर तेज हो गया है। राजनीतिक गलियारों से लेकर समाचार चैनलों की डिबेट में उनके इस फैसले के मायने तलाशे जा रहे हैं। समाचार चैनल आजतक पर भी ऐसा ही कुछ नजारा देखने को मिला, एंकर चित्रा त्रिपाठी ने जब बीजेपी प्रवक्ता से बाबुल सुप्रियो के राजनीति से अलविदा कहने के सवाल पर जवाब मांगा तो वह परंपरागत तरीके से बात करते हुए दिखाई दिए, जिसके बाद एंकर ने उनके जवाबों को खारिज करते हुए सीधे पार्टी के अंदरखाने में चल रही उठापटक पर सवाल दाग दिया।

बाबुल सुप्रियो के सियासी संन्यास के सवाल पर बीजेपी प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद सैयद जफर इस्लाम ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत फैसला है। वह पिछले कई दिनों से राजनीति और अपने सिंगिग करियर को लेकर चिंतित थे। गायकी की दुनिया में उनकी अपनी शोहरत है। उनकी बात को काटते हुए चित्रा त्रिपाठी ने पूछा कि क्या उनके इस्तीफे से मंत्री पद का कोई लेना देना है। इस पर बीजेपी प्रवक्ता ने तर्क दिया कि कई बार बाबुल सुप्रियो को अपनी सिंगिग असाइनमेंट छोड़ने पड़ते थे क्योंकि वह एक मंत्री थे।

बीजेपी प्रवक्ता के इस तर्क पर भी एंकर ने कहा कि इन बातों की जानकारी तो उन्हें मंत्री बनने से पहले भी थी। टालीगंज में विधानसभा चुनावों के दौरान उनका जोश देखते ही बन रहा था। अपने राजनीति भविष्य को लेकर वह चर्चाएं भी कर रहे थे। एंकर ने पूछा, अचानक उन्हें क्या हुआ जो राजनीति से संन्यास लेने का ख्याल मन में आया।

वहीं बीजेपी के तर्क पर टीएमसी ने कहा कि अगर कोई सांसद विधानसभा चुनावों में अपनी हिस्सेदारी निभाता है तो इसका मतलब है कि वह राजनीति में सक्रिय रहना चाहता है। उन्होंने कहा कि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि बाबुल सुप्रियो राजनीति में अभी भी रहना चाहते हैं लेकिन सच्चाई ये है कि बीजेपी को पता ही नहीं है कि बंगाल में उनकी पार्टी के अंदर क्या कुछ हो रहा है।

बताते चलें कि बाबुल सुप्रियो के पार्टी छोड़ने के कयास पिछले कई दिनों से लगाए जा रहे थे। मंत्रिमंडल में हुए फेरबदल के बाद उन्होंने निराशा जताई थी। सुप्रियो ने कहा था कि बंगाल से मंत्रिमंडल में शामिल हो रहे लोगों के लिए खुश हूं लेकिन अपने लिए दुखी हूं। पार्टी छोड़ने से पहले उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट भी किया था। जहां वह खासे भावुक नजर आ रहे थे।

इस पोस्ट में उन्होंने पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा का जिक्र करते हुए कहा कि वह सोच सकते हैं कि मैं राजनीतिक सौदेबाजी कर रहा हूं लेकिन ऐसा नहीं है। अगर वह ऐसा सोच रहे हैं कि इसके लिए वह मुझे माफ कर दें क्योंकि वह मुझे गलत समझ रहे हैं। गौर हो कि बंगाल बीजेपी में कई नेताओं की नाराजगी सामने आ चुकी है।