लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी 370 सीटें जीतने का दावा कर रही है। इस संख्या को पाने के लिए बीजेपी कई रणनीतियों पर काम कर रही है। इन्हीं रणनीतियों में से एक है जिताऊ उम्मदीवारों को सियासी रण में उतारना। बीजेपी ने लोकसभा चुनाव 2024 में राजघरानों से संबंध रखने वाले 10 से ज्यादा प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा है।
ओडिशा में बीजेपी ने राजघरानों से संबंध रखने वाले दो लोगों को अपना प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी ने पटनागढ़-बोलांगीर से लोकसभा सीट संगीता कुमारी सिंह और कालाहांडी लोकसभा सीट से मालविका केशरी देव को टिकट दिया है।
संगीता की शादी कनकवर्धन सिंह देव से हुई है। उनका परिवार लंबे समय से सियासत से जुड़ा हुआ है। कनकवर्धन के दादा राजेंद्र नारायण सिंह देव स्वतंत्रता पार्टी के सदस्य थे। वह 1967 में एंटी कांग्रेस वेव के दौरान राज्य के सीएम बने। संगीता बोलांगीर से बीजेपी के मौजूदा सांसद हैं। वह 1998,1999 और 2004 में चुनाव जीत चुकी हैं। हालांकि उन्हें 2014 और 2009 में अपने पति के चचेरे भाई और बीजद प्रत्याशी कलीकेश सिंह देव से हार का सामना करना पड़ा।
दूसरी तरफ मालविका के पति अर्का केशरी देव पहले बीजद में थे। इन दोनों ने सितंबर 2013 में बीजेपी की सदस्यता ली। अर्का कालाहांडी रियासत के प्रमुख प्रताप केशरी देव के पोते हैं। वह साल 2014 में कालाहांडी से चुनाव जीत चुके हैं। इससे पहले 1957, 1962, 1967 और 1971 में प्रताप केशरी इस सीट से स्वतंत्रता पार्टी के टिकट पर सांसद चुने गए। वह 1977 में निर्दलीय चुनाव जीते थे।
राजस्थान में राजपरिवारों को दो टिकट
बात अगर राजस्थान की करें तो यहां बीजेपी ने पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के बेटे दुष्यंत सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है। वह झालावार – बारा लोकसभा सीट से चार बार के सांसद हैं। वसुंधरा सिंधिया राजघराने से संबंध रखती हैं। राजस्थान में बीजेपी ने राजसामंद सीट से मेवाड़ राजघराने की महिमा को टिकट दिया है। महिमा के पति विश्वराज सिंह नाथद्वारा से विधायक हैं। राजसामंद से पहले दिया कुमारी सांसद थीं। अब वह राजस्थान की डिप्टी सीएम हैं।
एमपी में बीजेपी ने गुना से ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट दिया है। पंजाब में पटियाला से परनीत कौर को उतारा गया है। वह पूर्व सीएम अमरिंदर सिंह की पत्नी हैं। परनीत 1999 से 2014 तक कांग्रेस के टिकट पर पटियाला से सांसद थी। साल 2014 में वह आम आदमी पार्टी क धर्मवीर गांधी से चुनाव हार गईं। हालांकि साल 2019 मेें वह डेढ़ लाख से ज्यादा वोटों से यहां से जीतने में सफल रहीं।
पश्चिम बंगाल और कर्नाटक में भी रॉयल ब्लड चुनाव मैदान में
पश्चिम बंगाल में बीजेपी ने कृष्णानगर लोकसभा सीट से राजमाता अमृता रॉय को टिकट दिया है। उनके सामने टीएमसी की महुआ मोइत्रा हैं। कर्नाटक में बीजेपी में मैसूरु लोकसभा सीट पर प्रताप सिम्हा की जगह यदूवीर कृष्णदत्त चामराजा वडियार को टिकट दिया है। वह मैसूर राजपरिवार से संबंध रखते हैं।
इसी तरह उत्तराखंड में बीजेपी ने टिहरी गढ़वाल से माला राज्य लक्ष्मी शाह पर दोबारा भरोसा जताया है। वह काठमांडू में पैदा हुई थीं और उनकी शादी टिहरी गढ़वाल के महराजा मनुजेंद्र शाह साहिब बहादुर से हुई। लक्ष्मी शाह के ससुर मानबेंद्र शाह कांग्रेस के टिकट पर 1957, 1962, 1967 में सासंद चुने गए। इसके बाद वह 1991, 1996, 1998, 1999 और 2004 में बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीते।
नॉर्थ ईस्ट के राज्य त्रिपुरा में ईस्ट त्रिपुरा लोकसभा सीट पर बीजेपी ने महारानी कीर्ति सिंह देबबर्मा को चुनाव मैदान में उतारा है। वह त्रिपुरा के माणिक्य वंश से संबंध रखती हैं और उनकी शादी छत्तीसगढ़ के कवर्धा के राजपरिवार में हुई है। उनके पति योगेश्वर राज सिंह कांग्रेस में रह चुके हैं। वह टिपरा मोथा पार्टी के नेता प्रद्योत किशोर मनिया देबबर्मा की बहन हैं।