Partition Horrors Remembrance Day: बीजेपी के राज्यसभा सांसद हरनाथ सिंह यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिखा है और उन्होंने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस को इतिहास के पाठ्यक्रम में जोड़ने की मांग की है। हरनाथ सिंह यादव ने अपने पत्र के माध्यम से कहा है कि आने वाली युवा पीढ़ी को यह बताना चाहिए कि विभाजन के दौरान क्या हुआ था और उसके लिए कौन उत्तरदायी थे। हरनाथ सिंह यादव ने पीएम मोदी से निवेदन किया कि इसे पाठ्यक्रम में जोड़ा जाए।
बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने अपने पत्र के माध्यम से पीएम मोदी से कहा, “भारत विभाजन की विभीषिका मेरे ज्ञान के अनुसार भारत की सबसे क्रूरतापूर्ण घटना थी। इस घटना में लगभग 10 लाख लोगों की जान गई थी और करीब 70 लाख लोगों को अपने घर, जमीन और जायदाद छोड़नी पड़ी। हजारों माताओं-बहनों की इज्जत लूटी गई।”
बीजेपी सांसद हरनाथ सिंह यादव ने आगे कहा, “इतिहास को याद रखने से भविष्य के लिए अतीत की गलतियों को पुनः न दोहराने की सीख मिलती है। जो व्यक्ति समाज के इतिहास की गलतियों से सीख नहीं लेते, उन्हें बाद में पछताना पड़ता है। विभाजन के पीछे की पृष्ठभूमि क्या थी? विभाजन किन लोगों ने झेला? उसकी क्या हकीकत थी? इसके लिए उत्तरदायी कौन थे? विभाजन विभीषिका दिवस के लिए कोई सटीक जानकारी वाला साहित्य उपलब्ध नहीं है।”
हरनाथ सिंह यादव ने पीएम मोदी से मांग करते हुए कहा, “मेरी दृष्टि में विश्व की सर्वाधिक क्रूरतम घटना का प्रामाणिक ज्ञान आने वाली पीढ़ी को होना चाहिए। यह तभी संभव होगा जब विभाजन विभीषिका दिवस का संपूर्ण चित्र इतिहास के पाठ्यक्रम में जोड़ा जाएगा और बच्चों को पढ़ाया जाएगा। प्रधानमंत्री जी, मैं आपसे निवेदन करता हूं कि विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस ही नहीं बल्कि इसका संपूर्ण चित्र, इतिहास के पाठ्यक्रम में जोड़ने पर विचार करें।”
बता दें कि 14 अगस्त को बीजेपी ने एक वीडियो जारी किया था और इसमें क्यों विभाजन हुआ, इसके बारे में बीजेपी ने बताया था। हालांकि कांग्रेस ने इस वीडियो के बाद आरोप लगाया था कि बीजेपी पार्टीशन के लिए नेहरू को जिम्मेदार बताना चाह रही और नेहरू को बदनाम करना चाह रही है।
