गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की बीमारी राज्य में राजनीतिक सरगर्मियों की वजह बन रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सीएम पर्रिकर के उत्तराधिकारी की तलाश शुरू कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार (18 अक्टूबर) को आधिकारिक रूप से मनोहर पर्रिकर के उत्तराधिकारी की तलाश सहयोगी पार्टियों से चर्चा कर शुरू की। हलांकि, राज्य की बीजेपी इकाई ने नेतृत्व में किसी तरह के परिवर्तन की संभावनाओं से इनकार किया है। खबरों के मुताबिक शाह ने महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी के रामकृष्ण धवलिकर और गोवा फॉर्वर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई के साथ चर्चा की। शाह गोवा के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे और स्पीकर प्रमोद सावंत से भी मिले। ये दोनों मुख्यमंत्री पद के लिए संभावितों की सूची में माने जा रहे हैं। खबरों के मुताबिक राणे और सावंत के अलावा केंद्रीय आयुष मंत्री और श्रीपद नाइक और प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष विनय तेंदुलकर से भी शाह की बात हुई। कहा जा रहा कि बीजेपी अध्यक्ष शाह ने सहयोगी पार्टियों से कहा है कि अगर नेतृत्व में बदलाव होता है तो वे गठबंधन को आगे ले जाने और नेतृत्व परिवर्तन में साथ दें।

रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस विधायकों के पार्टी में शामिल होने की बात को लेकर शाह ने सहयोगियों को आश्वस्त किया कि उन्हें सरकार में अपनी स्थिति के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है। सूत्रों का कहना है कि शाह ने सहयोगियों के आगे तेंदुलकर, सावंत और राणे के नाम रखे। पहले राणे और सावंत शीर्ष पद के लिए अपनी-अपनी दावेदारी कर चुके हैं। सरदेसाई ने मीडिया को बताया कि उन्होंने शाह से मिलकर राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा की। उन्होंने बताया, बीजेपी गोवा में सरकार की स्थिरता के लिए गंभीरता से नेतृत्व के मुद्दे को देख रही है।

गठबंधन साझेदार धवलिकर ने मीडिया को बताया, ”मैंने शाह को बताया कि अगर भविष्य में नेतृत्व परिवर्तन का मुद्दा होता है तो वरिष्ठ सहयोगी साझेदारों को मुख्यमंत्री पद दिया जाए ताकि यह संदेश जाए कि बीजेपी अपने सहयोगी दलों का ख्याल रखती है।” बता दें कि इससे पहले बुधवार (17 अक्टूबर) की रात तक प्रदेश अध्यक्ष विनय तेंदुलकर ने कहा था कि मुख्यमंत्री के रूप में पर्रिकर के नेतृत्व के संभावित विकल्प पर चर्चा का कोई सवाल ही नहीं है।